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Published on 11 Nov, 2024
Updated on 2 Mar, 2025
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4 min Read
Written by Vipul Tiwary
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मधुमेह एक गंभीर समस्या है जो दुनियाबर में लाखों लोगों को जकड़ रखा है। शरीर में ब्लड शुगर का अनियंत्रित होना मधुमेह का कारण बनता है। शुगर लेवल के बढ़ने से शरीर में कई गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। मधुमेह के रोगी को समय बीतने के साथ कई बीमारियों से ग्रसित होने की आशंका होती है। यह पिछले कुछ सालों में काफी तेजी से बढ़ा है और अभी भी बढ़ रहा है। बच्चों से लेकर बड़े और बुजुर्ग सभी इसके गिरफ्त में आ रहे हैं।
यदि हम आकड़ों की बात करें तो, दुनियाभर में करीब 500 मिलियन से ज्यादा लोग मधुमेह से पीड़ित है और यह संख्या अगले 30 सालों में दोगुनी से भी ज्यादा होने की संभावना है। मुधुमेह के जोखिम को कम करने के लिए और लोगों को जागरुक करने के उद्देश्य से हर साल 14 नवम्बर को विश्व मधुमेह दिवस मनाया जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि लोग डियबिटीज को लेकर जागरुक हो। डायबिटीज होने के लक्षण, कारण और बचाव के तरीकों के बारे में पता होना चाहिए।
विश्व मधुमेह दिवस की शुरुआत 1991 में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन और इंटरनेशनल डायबिटीज फाउंडेशन ने किया था। लेकिन क्या आप जानते हैं, यह 14 नवंबर को क्यों मनाया जाता है? इसके पीछे की वजह यह है कि इस दिन सर फ्रेड्रिक बैंटिंग का जन्म दिन है। जिन्होंने मधुमेह के उपचार में इंसुलिन की खोज में बहुत ज्यादा योगदान दिया था। एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि लगभग 46% मधुमेह रोगी अपने लक्षणों और उपचारों से अनजान हैं।
इसलिए, इस दिन का आयोजन दुनिया भर में मधुमेह के निदान, लक्षण और उपचार के बारे में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए किया जाता है। अधिकारी मधुमेह प्रबंधन में परिवार और दोस्तों की भूमिका को भी बढ़ावा देते हैं और डायबिटीज इलाज के लिए फंड इक्ट्ठा करते हैं। आइए जानते हैं, डायबिटीज क्या है, डायबिटीज के लक्षण, कारण, इलाज, इत्यादि।
“विश्व मधुमेह दिवस” के बारे में बात करने से पहले, आइए समझते हैं कि डायबिटीज होता क्या है। डायबिटीज एक क्रॉनिक बीमारी है जो तब होती है जब आपके ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा बहुत ज़्यादा बढ़ जाती है। ब्लड ग्लूकोज या शुगर आपके शरीर में ऊर्जा का मुख्य स्रोत है। इंसुलिन, अग्न्याशय द्वारा बनाया जाने वाला एक हार्मोन है, जो ग्लूकोज को कोशिकाओं में जाने और ऊर्जा पैदा करने में सहायता करता है। कभी-कभी, जब शरीर में पर्याप्त इंसुलिन नहीं बन पाता है या इंसुलिन का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं हो पाता है, तो ग्लूकोज कोशिकाओं तक नहीं पहुँच पाता है। यह स्थिति शरीर में इंसुलिन की कमी पैदा करती है। जिसे मधुमेह कहते हैं।
मधुमेह के हर मामले को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। मधुमेह के निम्नलिखित प्रकार दिए गए हैं:
यह मधुमेह का एक गंभीर रूप है। इस प्रकार के मधुमेह के तहत, अग्न्याशय बहुत कम इंसुलिन या बिल्कुल भी इंसुलिन नहीं बनाता है। परिणाम स्वरूप,, ग्लूकोज कोशिकाओं में नहीं जाता है और डिहाइड्रेशन, वजन कम होने और स्ट्रोक का कारण बनता है। यह आंख, किडनी और हृदय को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
यह मधुमेह और इंसुलिन प्रतिरोध का सबसे आम प्रकार है। इसके तहत, ब्लड शुगर का लेवल हाई नहीं होता है लेकिन सामान्य भी नहीं होता है। यह एक जीवन भर रहने वाली बीमारी है, लेकिन इंसुलिन के सही उपयोग से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
यह मधुमेह का एक अस्थायी रूप है जो गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में होता है। इसके तहत, शुगर लेवल बढ़ जाता है। इस प्रकार का मधुमेह अक्सर गर्भावस्था के सेकेंड और थर्ड ट्राइमेस्टर में होता है। लक्षण और परिणाम लगभग टाइप 2 मधुमेह के समान ही होते हैं। लेकिन संभावना होती है कि यह प्रसव के बाद गायब हो सकता है।
यह एक वैश्विक कार्यक्रम है जिसे दुनिया के हर कोने में मनाया जाता है। इस दिन विभिन्न चिकित्सा संघ, चिकित्सा पेशेवर, गैर सरकारी संगठन और व्यक्ति एक साथ मिलकर इस दिन को मनाते हैं। इस उत्सव में शामिल हैं:
अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह संघ (IDF) ने विश्व मधुमेह दिवस का लोगो दिया है जो एक नीला वृत्त है। इसे पहले से ही वैश्विक स्वीकृति मिल चुकी है। लोग इस लोगो का उपयोग रक्त शर्करा के बारे में जागरूकता फैलाने और प्रभावित बच्चों और वयस्कों को उनके उपचार के लिए सहायता देने के लिए कर सकते हैं।
विश्व मधुमेह दिवस हर साल 14 नवम्बर को मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य मधुमेह के प्रति लोगों को जगरुक करना है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन द्वारा बताए गए तथ्यों के अनुसार - मधुमेह रोगियों की संख्या 1980 में 108 मिलियन से बढ़कर 2014 में 422 मिलियन हो गई। यह दीर्घकालिक बीमारी विकासशील या कम आय वाले देशों में अधिक तेज़ी से बढ़ रही है। इसलिए लोगों को इस बीमारी के दुष्प्रभावों, इसके सर्वोत्तम संभव उपचारों और निवारक उपायों के बारे में शिक्षित करना बहुत जरूरी है। कई देशों में इसके लिए कई तरह के जागरुक अभियान भी चलाए जाते हैं ताकि लोग मधुमेह के प्रति जानकार हो और इस बीमारी से बचने के लिए पहले से सावधानी बरत सकें। यह एक ऐसी बीमारी है जो एक बार होने के बाद जीवनभर रहती है। यदि इसे समय रहते नियंत्रित नहीं किया गया तो स्थिती और गंभीर हो सकती है। आप डायबिटीज के लिए स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) भी करा सकते हैं, जहां आपको बीमारी के संपूर्ण इलाज के लिए कवरेज प्रदान किया जाता है।
केयर हेल्थ इंश्योरेंस बिना किसी पूर्व-पॉलिसी मेडिकल जांच के मधुमेह के लिए स्वास्थ्य बीमा प्रदान करता है। कॉम्प्रिहेंसिव हॉस्पिटलाइजेशन कवरेज के अलावा अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद में होने वाले दोनों तरह के खर्चों को कवर करने के साथ, केयर फ्रीडम (Care Freedom) पहले से ही मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों के लिए एक उपयुक्त मधुमेह बीमा पॉलिसी है।
>> जाने: डायबिटीज में करेले के फायदे और नुकसान
डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी केवल संदर्भ उद्देश्यों के लिए है। सही चिकित्सीय सलाह के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें। स्वास्थ्य बीमा लाभ पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन हैं। अधिक जानकारी के लिए अपने पॉलिसी दस्तावेज़ पढ़ें।
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