Subscribe to get weekly insights
Always stay up to date with our newest articles sent direct to your inbox
Published on 31 Jan, 2024
Updated on 18 Dec, 2025
49254 Views
5 min Read
Written by Vipul Tiwary
favorite16Likes
अपेंडिक्स के बारे में जानने से पहले हमें गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट के बारे में जानना बहुत जरूरी है। अपेंडिक्स एक छोटी ट्यूब जैसी होती है जो लगभग तीन-चार इंच लंबी होती है और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (जीआई) सिस्टम से संबंधित होती है। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट (जीआई पथ) को बनाने वाले प्रत्येक जटिल अंग, शरीर द्वारा भोजन के पाचन और अवशोषण में सहायता करते हैं।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट से जुड़ी बीमारियों का इलाज करते समय, कई बार स्वास्थ्य विशेषज्ञ स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) का महत्व भी बताते हैं। यह न केवल सर्जरी जैसे महंगे इलाज को कवर करता है, बल्कि नियमित जांच और उपचार के लिए भी मददगार साबित होता है। पेट, अन्नप्रणाली और ग्रहणी -ये सभी छोटी आंत का पहला भाग होते हैं और इनसे मिलकर ही गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट का ऊपरी भाग बनता है। छोटी आंत और पूरी बड़ी आंत का अधिकांश भाग, जिसमें कोलन, मलाशय और गुदा नलिका(कैनाल) शामिल होते हैं- इनसे मिलकर ही गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट का निचला भाग बना होता है।
अपेंडिक्स उस स्थान पर स्थित होता है जिसे मेडिकल प्रोफेशनल्स “मैकबर्नी पॉइंट” के रूप में संदर्भित करते हैं। यह पॉइंट पेट के नीचे दाईं ओर होता है। यदि “मैकबर्नी पॉइंट” पर दबाव डालते समय आपको दर्द या कोमलता महसूस होती है, तो डॉक्टर आपको अपेंडिसाइटिस के लिए निदान कर सकते हैं।
इसे “वर्मीफ़ॉर्म” भी कहा जाता है जिसका अर्थ है “कीड़े के आकार का होना” क्योंकि यह एक पतली ट्यूब होती है जो कीड़े जैसी दिखती है। सीकुम, बड़ी आंत में एक थैली जैसी संरचना होती है, जहां से अपेंडिक्स की उत्पत्ति होती है। अपेंडिक्स का व्यास आमतौर पर 7 से 8 मिमी और लंबाई 2 से 20 सेमी होती है, जबकि औसत लंबाई 9 सेमी होती है।
आपके गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट की मांसपेशियां हमारे शरीर द्वारा बनाये जाने वाले हार्मोन और एंजाइमों के अलावा, भोजन के टूटने और उसके प्रोसेसिंग की सुविधा प्रदान करती हैं। पाचन को सीधे अपेंडिक्स से सहायता नहीं मिलती है।
शरीर में अपेंडिक्स का कार्य अज्ञात है, और कुछ वैज्ञानिकों के अनुसार इसके हटाने से स्वास्थ्य पर कोई हानिकारक प्रभाव नहीं पड़ता है।
पर आज के समय में कुछ शोधों के परिणाम के आधार पर कुछ वैज्ञानिकों के अनुसार, अपेंडिक्स वास्तव में उपयोगी हो सकता है और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल बीमारियों की उपचार प्रक्रिया में भी सहायता कर सकता है। जब कुछ बीमारियों के कारण जीआई ट्रैक्ट के अन्य हिस्सों से अच्छे आंत बैक्टीरिया गायब हो जाते हैं, तो अपेंडिक्स उन्हें संरक्षित करने के लिए सहायता प्रदान करता है। इम्यून सिस्टम द्वारा संक्रमण को शरीर से साफ करने के बाद, अपेंडिक्स बायोफिल्म से निकलने वाले बैक्टीरिया आंत में फिर से बस जाते हैं।
अपेंडिसाइटिस, अपेंडिक्स की सूजन के लिए चिकित्सा शब्द है। यह स्थिति बहुत दर्दनाक होती है और घातक भी हो सकती है। ऐसा अपेंडिक्स में रुकावट के कारण होता है। समस्या का सबसे आम कारण मल, बाहरी वस्तुएं, ट्यूमर, या, दुर्लभ मामलों में, पैरासाइट्स द्वारा अपेंडिक्स में रुकावट है। इससे पेट में गंभीर परेशानी, मतली, बुखार और उल्टी हो सकती है। अलग-अलग व्यक्तियों को अपेंडिसाइटिस के लक्षण अलग-अलग तरह से अनुभव हो सकते हैं। यदि इसका उपचार नहीं किया जाता है तो अपेंडिक्स फट सकता है, जिससे पेट में खतरनाक बैक्टीरिया निकल सकते हैं, जो अंततः पेरिटोनिटिस का कारण बन सकते हैं।
आमतौर पर अपेंडिसाइटिस दो प्रकार के होते हैं:-
अपेंडिसाइटिस के दो प्रकार एक्यूट(तीव्र) और क्रोनिक(आवर्ती) होते हैं। क्रोनिक अपेंडिसाइटिस की तुलना में तीव्र एपेंडिसाइटिस होना अधिक सामान्य है।
एक्यूट और क्रोनिक अपेंडिसाइटिस के लक्षण समान होते हैं, सिवाय इसके कि पहले वाली स्थिति अचानक प्रकट होती है और जल्दी बिगड़ जाती है। क्रोनिक की स्थिति में लक्षण हल्की असुविधा से लेकर असहनीय पीड़ा तक भिन्न हो सकते हैं और अक्सर छिटपुट होते हैं।
प्रसव उम्र की महिलाएं, बुजुर्ग वयस्कों और छोटे बच्चों में, अपेंडिसाइटिस का निदान करना मुश्किल हो सकता है। अक्सर प्रारंभिक संकेत होता है: मध्य-ऊपरी पेट में या नाभि के आसपास दर्द होना। शुरू में दर्द हल्का हो सकता है और फिर तीव्र तथा गंभीर हो सकता है। सबसे पहले दर्द, पेट के निचले दाहिने भाग में शुरू होता है जिसे “मैकबर्नी पॉइंट” कहा जाता है। ये पॉइंट अपेंडिक्स के ठीक ऊपर स्थित होता है, जहां अधिकांश लोग अपने दर्द का अनुभव करते हैं। यह आमतौर पर बीमारी शुरू होने के 12-24 घंटे बाद होता है। जब आप चलते हैं, खांसते हैं या अचानक चलते हैं, तो आपकी परेशानी और भी बिगड़ सकती है। अपेंडिक्स के लक्षण और उपचार निम्नलिखित है।
अपेंडिक्स के लक्षणों में शामिल हैं: (appendix ke lakshan)
यह समझना भी जरूरी है कि, अपेंडिक्स क्यों होता है? जब ल्यूमेन, या अपेंडिक्स के अंदर, संक्रमण हो जाता है या फिर सूजन आ जाती है तो अपेंडिसाइटिस की समस्या होती है। आम तौर पर, अपेंडिक्स से बलगम निकलता है जो ल्यूमेन के माध्यम से बड़ी आंत में जाता है। जब अपेंडिक्स बंद हो जाता हो तो ल्यूमेन में बलगम जमा हो जाता है और उसमें बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। इसके परिणामस्वरूप अपेंडिक्स में सूजन, इन्फ्लेमेशन और संक्रमण हो जाता है, जिससे अपेंडिसाइटिस के लक्षण सामने आते हैं।
व्यक्ति के द्वारा बताए गए लक्षणों के आधार पर, डॉक्टर शारीरिक परीक्षण करते हैं:-:
अपेंडिक्स को जड़ से खत्म कैसे करें? अपेंडिसाइटिस का इलाज निम्नलिखित तरीकों से किया जा सकता है:-
>>जाने: कैसे करें सही मेडिक्लेम पॉलिसी का चुनाव?
डिस्क्लेमर: अपेंडिक्स से जुड़ें किसी भी तरह का संदेह होने पर तत्काल डॉक्टर से परामर्श करें। हेल्थ इंश्योरेंस के प्लान की सुविधाएँ, लाभ और कवरेज भिन्न हो सकते हैं। कृपया सेल्स प्रोस्पेक्टस, ब्रोशर, नियम और शर्तों को ध्यान से पढ़ें।
Thyroid : मामूली नहीं हैं महिलाओं में थायराइड होना, जानें इसके लक्षण और घरेलू उपचार Vipul Tiwary in Diseases
शुगर कंट्रोल कैसे करे? जानें, डायबिटीज में क्या खाना चाहिए Vipul Tiwary in Health & Wellness
हाई ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल कैसे करें? देखें इसके उपाय Vipul Tiwary in Diseases
पैरों में दर्द किस कमी से होता है? जानें, इसके घरेलू इलाज Vipul Tiwary in Health Insurance Articles
Is Air Pollution Slowly Killing Your Lungs? Here's What You Need to Know Sejal Singhania in Health & Wellness
Nutritionist vs. Dietitian: Same Same… but Different! Leena Khowal in Health & Wellness
Silent Epidemic: Fatty Liver Disease Now Targeting the Young! Jagriti Chakraborty in Health Insurance Articles
Iodine Rich Foods: The Unsung Heroes of a Healthy Thyroid and a Sharp Mind Jagriti Chakraborty in Diet & Nutrition
अपेंडिक्स सर्जरी से ठीक होने में कितना समय लगेगा ये निम्नलिखित जैसे कई कारक पर निर्भर करता है:
अपेंडिक्स में आप निम्नलिखित चीजों का सेवन कर सकते हैं:
Always stay up to date with our newest articles sent direct to your inbox
Loading...