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Thyroid : मामूली नहीं हैं महिलाओं में थायराइड होना, जानें इसके लक्षण और घरेलू उपचार

  • calendar_monthPublished on 27 Sep, 2023

    autorenewUpdated on 13 Jan, 2025

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आज के समय में थायराइड की बीमारी तेजी से फैल रही है। इस बीमारी में वजन तो घटता ही है साथ ही हॉर्मोन भी गड़बड़ हो जाते हैं। आयुर्वेद की माने तो थाइराइड होने का कारण वात, पित्त और कफ से संबंधित है। थायराइइड ग्लैंड हमारे शरीर में पाई जाने वाली सबसे बढ़ी अंतस्रावी ग्रंथियों में से एक है। थायराइड ग्लैंड में खराबी की वजह से थाइराइड से जुड़ी समस्याएं होती है, जिसे हाइपरथायरायडिज्म और हाइपोथायरायडिज्म कहते हैं।

थायराइड बीमारी क्या है? (Thyroid In Hindi)

थायराइड गर्दन के अंदर स्थित होती है। थायराइड एक तरह का एंडोक्राइन ग्रंथि(नलिकाहीन ग्रन्तियां) है, जो हॉर्मोन का निर्माण करते हैं। यह एक आम दोष है जो पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा होता है। आइए जानते हैं, महिलाओं और पुरुष में थायराइड के लक्षण क्या है, थायराइड बीमारी के उपचार क्या है, इत्यादि। 

थायराइड के प्रकार (Types of Thyroid In Hindi)

मुख्य रूप से थायराइड दो प्रकार के होते हैं:- 

  • हाइपरथायराइड (hyperthyroidism)
  • हाइपोथायराइड (Hypothyroidism)

हाइपरथायराइडिज्म में अत्यधिक मात्रा में थायराइड हॉर्मन बनते हैं और हाइपोथायराइडिजम में हॉर्मोन कम मात्रा में बनते हैं। थायराइड ग्रंथि टी3 और टी4 थायरॉक्सिन नामक हार्मोन का निर्माण करती है, जो की पाचन तंत्र, हार्ट रेट, सांस और बॉडी टेम्परेचर पर डायरेक्ट प्रभाव डालती है।

यह हड्डियों, मांसपेशियों, पेशियों, लैंगिक, मानसिक वृद्धि और कोल्स्ट्रॉल को भी कंट्रोल करता है। यह जब हमारे शरीर में हॉर्मोंस का संतुलन बिगड़ जाता है, तो हमारे शरीर का वजन कम या ज्यादा होने लगता है, जिसे हम लोग थायराइड की समस्या के नाम से जानते हैं।

महिलाओं में थायराइड के कारण (Causes of Thyroid In Female In Hindi)

महिलाओं में थायराइड कई कारणों से हो सकता हैं। थायराइड के कारण निम्नलिखित है:-

  • आनुवंशिकता - थायराइड की समस्याएं परिवार से भी हो सकती है।
  • उम्र - थायराइड की समस्या अधिक्तर ज्यादा उम्र वाले लोगों या महिलाओं में होती है। यह समस्या वृद्ध महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है।
  • गर्भावस्था - महिलाओं में गर्भावस्था के समय थायराइड हार्मोन्स में बदलाव होते हैं जो थाइराइड बीमारी का कारण बनता है।
  • हार्मोनल असंतुलन - महिलाओं में हार्मोन का संतुलित होना बहुत जरूरी है. जिसमें थाइराइड हार्मोन भी शामिल है। यदि किसी कारण से हार्मोनल असंतुलन होता है तो यह भी थायराइड का कारण हो सकता है।
  • अन्य तरह की दवाएं या एन्टीबायोटिक्स - थायराइड के कारण में खराब लाइफ स्टाइल, दवाएं और एन्टीबायोटिक्स भी शामिल हो सकते हैं।
  • खाद्य पदार्थों की कमी - थायराइड के कारण में कम या ज्यादा अवशोषण या कुछ खास खाद्य पदार्थों की कमी भी हो सकती है।

थायराइड के लक्षण (Symptoms Of Thyroid In Hindi)

यदि आपको थायराइड की समस्या है तो आपके शरीर में कई तरह के लक्षण देखने को मिल सकते हैं। थायराइड के लक्षण सामान्य जीवन और अन्य चिकित्सा स्थितियों से मिलते-जुलते हैं, इसलिए इसे पहचानना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। यहां थायराइड के दोनों प्रकार के लक्षणों को विभाजित कर के बताया गया है, जिससे आपको इसकी पहचान करने में मदद मिलेगी।

हाइपरथायराइड (Hyperthyroidism) 

हाइपरथायराइड के लक्षण क्या है?

  • चिड़चिड़ापन
  • ज्यादा पसीना आना।
  • घबराहट 
  • दिल की धड़कन का बढ़ना।
  • अनिद्रा(निंद की समस्या)।वजन का कम होना।
  • भूख ज्यादा लगना।
  • मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द का रहना।

हाइपोथायराइड(Hypothyroidism)

हाइपोथायरॉइड के लक्षण क्या है?

  • डिप्रेशन होना।
  • पसीना कम आना।
  • धड़कन की गति का धीमा होना।
  • बालों का ज्यादा झड़ना।
  • थकान का हमेशा महसूस होना।
  • ज्वाइंट पेन और मांसपेशियों का अकड़ना।
  • आंखो और चेहरे पर सूजन।
  • ब्लड में कोलेस्ट्रॉल बढ़ना।
  • कब्ज
  • पीरियड्स की अनियमितता।
  • याद्दाश्त कमजोर होना।

थायराइड क्यों होता है?

आज के व्यस्त जीवनशैली में थायराइड होने का सबसे आम कारण है खराब लाइफस्टाइल और अव्यवस्थित खानपान, लंबे समय से स्ट्रेस, ज्यादा उम्र, आयोडीन की कमी, वायरल इंफेक्शन, आनुवंशिकता, इत्यादि है। महिलाओं में थायराइड और भी कॉमन है, जिसके कारण यह पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलता है। महिलाओं में इसके और भी कई कारण हो सकते हैं, जैसे- हार्मोनल असंतुलन, गर्भावस्था के बाद शारीरिक बदलाव, डिप्रेशन, इत्यादि।

थायराइड के लिए घरेलु उपचार (Home Remedies for thyroid In Hindi)

थायराइड के लिए घरेलू उपचार निम्नलीखित है:- 

  • लौकी: थायराइड की बीमारी से निजात पाने के लिए रोज सुबह खाली पेट लोकी का जूस पिएं। इससे बीमारी से राहत मिलती है और बीमारी शांत होती है।
  • हरा धनिया: हरे धनिया के प्रयोग से थायराइड की बीमारी को ठीक किया जा सकता है। सबसे पहले इसे बारीक पीस लें और फीर रोजाना एक ग्लास पानी में घोल कर इसे पिएं। इससे थायराइड की बीमारी धीरे-धीरे कन्ट्रोल होने लगता है।
  • आयोडीन: थायराइड से ग्रस्त मरीजों को आयोडीन (IODINE) युक्त आहार का सेवन ज्यादा मात्रा में करना चाहिए। इसका अच्छा स्रोत प्याज, लहसुन और टमाटर जैसी चीजें हैं।
  • नारियल पानी: यह भी थायराइड को नियंत्रित करने में बहुत सहायक होता है। यदि हर दिन संभव नहीं है तो कम से कम ऐसे मरीज को हर दूसरे दिन इसका सेवन करना चाहिए।
  • हल्दी: हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व पाए जाते हैं, जो थायराइड को कंट्रोल करने में मददगार साबित होते हैं। इसलिए हमेशा रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीना थायराइड मरीजों के लिए अच्छा होता है।
  • तुलसी: इसका घरेलू इलाज तुलसी से भी किया जा सकता है। इसमें दो चम्मच तुलसी के रस के साथ आधा चम्मच ऐलोवेरा जूस मिलाकर सेवन करने से थायराइड खत्म होता है।

थायराइड से पीड़ित मरीजों के लिए डाइट प्लान (Thyroid patient Diet Plan In Hindi)

इस बीमारी से पीड़ित मरीजों के लिए निम्नलिखित खान-पान होना चाहिए:-

  • अपने भोजन में ज्यादा से ज्यादा फलों और सब्जियों को शामिल करें।
  • आयोडीन युक्त आहार लें।
  • ऐसे साबुत अनाजों का सेवन करें, जिसमें प्रोटीन, फाइबर और विटामिन भरपूर मात्रा में हो।
  • कम वसा वाले भोजन का सेवन करें।
  • इसके घरेलू इलाज में दूध और दही का सेवन ज्यादा मात्रा में करना चाहिए।
  • अपने आहार में कैल्शियम और विटामिन-डी से युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें। जैसे- दूध व चीज।

सारांश :- 

वर्तमान समय में थायराइड कोई बड़ी बीमारी नहीं है। यह गर्दन के नीचले हिस्से में स्थित एक ग्रंथी होती है, जिसे चिकित्सा भाषा में थायराइड के नाम से जाना जाते हैं। इसका काम शरीर के कई कार्यों को नियंत्रित करना है, जैसे- आहार को ऊर्जा में परिवर्तित करना, इत्यादि। यह दो प्रकार के होते हैं, हाइपरथायराइड, हाइपोथायराइड।

क्या आप जानते हैं, थायराइड में क्या परेशानी होती है? हाइपरथायराइड के लक्षण में चिड़चिड़ापन, ज्यादा पसीना आना, हार्टबीट बढ़ना, मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द का रहना, इत्यादि। हाइपोथायराइड के लक्षण में डिप्रेशन होना, पसीना कम आना, धड़कन की गति का धीमा होना, बालों का ज्यादा झड़ना, थकान का हमेशा महसूस होना, इत्यादि। आप थायराइड को घरेलू उपचार के द्वारा ठीक कर सकते हैं, जैसे - लौकी, हरी धनिया, कोकोनट वॉटर, तुलसी, आयोडीन, इत्यादि। यदि हम डाइट के बारे में बात करें तो ज्यादा से ज्यादा फल और सब्जियों का सेवन करें। फाइबर और प्रोटीन का भरपूर सेवन करें। 

थायराइड के बारे में इस लेख में विस्तार से बताया गया है। थायराइड एक गंभीर बीमारी है इससे बचने के लिए आप हेल्थ इंश्योरेंस (medical insurance) भी करा सकते हैं। थायराइड के कारण कई और गंभीर बीमारियां उत्पन्न हो सकती है, जिसके इलाज में लोगों के लाखों रूपए खर्च हो सकते हैं। 

इसलिए कई गंभीर बीमारियों के लिए आप हेल्थ इंश्योरेंस खरीद सकते हैं, जहां आपको आर्थित सहायता के कई सारी सुविधाएं भी प्रदान की जाती है। आप केयर हेल्थ के क्रिटिकल इलनेस प्लान (Critical Illness Plan) को ले सकते हैं, जहां आपको एक ही पॉलिसी में कई गंभीर बीमारियों के लिए इंश्योरेंस प्रदान किया जाता है। 

>> जाने: थाइरोइड ट्रीटमेंट के लिए मेडिकल पॉलिसी के लाभ

डिसक्लेमर: मेडिकल पॉलिसी दावा  मरीज की वर्तमान रिपोर्टों और नीति नियमों और शर्तों के अधीन है। उपरोक्त जानकारी केवल संदर्भ के लिए दी गई है। कृपया पॉलिसी के नियमों और शर्तों को ध्यान से पढ़ें।

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  • Q.मोटे होने वाले थायराइड के लक्षण क्या है?

    थायरॉयड वाले लोगों में वेट लॉस या वेट गेन की समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। हाइपोथायरायडिज्म को मोटा होने वाला थायराइड कहा जाता है। जब शरीर का वजन बढ़ता है तो थायरॉयड हार्मोन के कम होने का लक्षण होता है।

    Q.पतले होने वाले थायराइड के लक्षण क्या है?

    हाइपरथायरायडिज्म के कारण लोगों का वजन लगातार कम होने लगता है। जिसे सामान्य तौर पर पतले होने वाला थायराइड कहते हैं।

    Q. थायराइड कितना होना चाहिए?

    थायराइड की नार्मल रेंज 0.4 mU/L से 4.0 mU/L होना चाहिए। 18 साल से 50 साल के लोगों में थाइराइड लेवल 0.5 – 4.1 mU/L और 51 से 70 साल के लोगों में यह लगभग 0.5 से 4.5 mU/L होता है।

    Q. थायराइड होने से क्या दिक्कत होती है?

    थायराइड होने पर वेट लॉस, मूड स्विंग, धड़कना बढ़ना या घटना, हाथ पैर कांपना, हमेशा थकान लगना, इत्यादि जैसी समस्याएं महसूस हो सकती है।

    Q. थायराइड जल्दी ठीक कैसे करें?

    थायराइड को जल्दी ठीक करने के लिए बेहतर जीवनशैली को अपनाने के साथ विटामिन ए की श्रोत वाली चीजों का सेवन करें, जैसे- गाजर, हरी सब्जियां, अंडे, इत्यादि।

    Q. थायराइड में क्या-क्या परहेज करना चाहिए?

    थायराइड के प्रकार के आधार पर परहेज अलग-अलग हो सकते हैं। किसी भी तरह के परहेज करने से पहले डॉक्टर से आवश्य सलाह लें। कैफीन, फ्राइड फूड, प्रोसेस्ड मीड, इत्यादि से परहेज करें।

    Q. थायराइड होने पर क्या-क्या दर्द होता है?

    ऐसे में थायराइड हार्मोन का असंतुलित होना मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द का कारण हो सकता है। गर्दन दर्द, ज्वाइंट पेन, पैर दर्द, इत्यादि जैसी दर्द की समस्याएं हो सकती है।

    Q. थायराइड से कौन सी परेशानी होती है?

    थायराइड में कई तरह से परेशानियां हो सकती है, जैसे- चिड़चिड़ापन, घबराहट, धड़कन बढ़ना, वेट लॉस, ज्यादा पसीना आना, इत्यादि।

    Q. हमें कैसे पता चलेगा कि हमें थायराइड है?

    थायराइड का पता करने के लिए लक्षणों का ध्यान रखें और महसूस होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।

    Q. थायराइड कितने दिन में ठीक होता है?

    थायराइड ठीक होने का समय इसकी स्थिति, गंभीरता और इलाज पर निर्भर करता है। इसके ठीक होने में कुछ दिनों से सप्ताह और महिने भी लग सकते हैं।

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