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चिकन पॉक्स कैसे ठीक होता है? देखें, घरेलू उपचार

  • calendar_monthPublished on 18 Aug, 2023

    autorenewUpdated on 25 Feb, 2025

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क्या आप या आपके घर पर किसी सदस्य के शरीर पर लाल धब्बों के कारण खुजली या परेशानी महसूस हो रही है? यदि हां, तो यह चिकन पॉक्स भी हो सकता है। ऐसा बिल्कुल नहीं है कि चिकन पॉक्स सिर्फ बचपन में होता है। काफी लोग यही समझते हैं कि, चिकन पॉक्स सिर्फ बचपन में ही होता है। आइए जानते हैं, चिकन पॉक्स क्या होता है, चिकन पॉक्स कितने दिन रहता है, इसका इलाज क्या है, इत्यादि।

चिकनपॉक्स क्या होता है

चिकन पॉक्स को चेचक के नाम से भी जानते हैं, यह बीमारी दो तरह की होती है, पहली छोटी माता यानी छोटी चेचक और दूसरी बड़ी माता याना बड़ी चेचक कहलाती है। चिकन पॉक्स एक संक्रामक बीमारी है, जो वेरिसेला-जोस्टर वायरस (VZV) के कारण होता है। इस बीमारी में छाले-फफोले, खुजली, दाने और बुखार होते हैं। यह चेहर, पीठ, पेट पर सबसे पहले दिखाई देता है और फिर धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैल जाता है। यदि इसे नजरअंदाज किया जाता है, तो यह गंभीर हो सकता है।

चिकन पॉक्स से बचने का एक मात्र उपाय चिकन पॉक्स वैक्सीन लेना है। यह बीमारी आपके शरीर में लगभग दो सप्ताह तक रह सकती है, इतने दिन में अधिकांश लोग ठीक हो जाते है। चिकन पॉक्स पीड़ित व्यक्ति के श्वसन बूंदो, त्वचा के दानों और घावों के डायरेक्ट संपर्क से फैलता है। एक रिसर्च में पाया गया है कि भारत में यह गर्मियों के मुकाबले सर्दियों में ज्यादा होता है।

चिकन पॉक्स के लक्षण क्या है?

चिकन पॉक्स के सबसे प्रमुख लक्षण शरीर पर खुजली वाले दाने होते हैं, दाने पहले लाल धब्बे से शुरू होता है, फिर बाद में इसमें तरल पदार्थ आ जाते हैं और फफोले बन जाते है। इसके लक्षण को नजरअंदाज न करें, नहीं तो यह समय के साथ गंभीर हो सकते हैं। इसके लक्षण निम्नलिखित है:-

  • बुखार
  • सिरदर्द
  • भूख में कमी
  • अत्याधिक थकान
  • जी मिचलाना
  • पेट या छाती में दर्द
  • मांसपेशियों में दर्द
  • दस्त
  • उल्टी

चिकन पॉक्स कितने दिन तक रहता है?

क्या आप जानते हैं, चिकन पॉक्स कितने दिन में ठीक होता है? चिकन पॉक्स के लक्षण आमतौर पर वायरस के संपर्क में आने के लगभग 10 दिन बाद शरीर पर दिखाई देने लगते हैं। ज्यादातर लोग लगभग 4-7 दिनों में इसके लक्षणों का अनुभव कर लेते हैं। सामान्यतौर पर स्वस्थ बच्चों में इसके लक्षण हल्के होते हैं और इसके दाने को त्वचा पर सामान्य होने में लगभग 2 से 4 सप्ताह लग सकते हैं। इसके अलावा, जो दाने खरोच के कारण फट गए हैं, उनके निशान को गायब होने में काफी दिन लग  सकता है।

>> इसे भी पढ़ें - शरीर गर्म रहने के कारण क्या है? देखें, इससे बचने के उपाय

चिकन पॉक्स के घरेलू उपचार क्या है?

छोटी माता के घरेलू उपचार करके आप इसके लक्षणों को कम कर सकते हैं:-

  • नीम के पानी से स्नान करने की कोशिश करें।
  • हर्बल टी का सेवन करें।
  • कैलामाइन लोशन का उपयोग करें।
  • स्वयं को खरोचने से बचें।
  • डॉक्टर द्वारा बताए गए दर्द निवारक दवाओं का सेवन करें।
  • त्वचा पर जरूरी तेल लगाएं

चिकन पॉक्स में क्या खाना चाहिए?

चिकन पॉक्स एक संक्रामक रोग है और यह एक-दूसरे में आसानी से फैल सकता है। ऐसे में किसी भी संक्रमित व्यक्ति की देखभाल करने के अलावा आप रोगी के आहार में परिवर्तन करके भी चिकन पॉक्स को जल्दी से ठीक कर सकते हैं। आइए जानते हैं, चिकन पॉक्स में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए:-

  • चिकन पॉक्स में व्यक्ति के शरीर में पानी की कमी होना आम बात है इसलिए संक्रमित व्यक्ति को पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। इसके लिए आप दिन भर तरल पदार्थों का सेवन करते रहें। 
  • चिकन पॉक्स में उबली हुई सब्जियों का सेवन करें। इसमें तेल का इस्तेमाल नहीं होता है और यह स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं। जैसे- गाजर, फूल गोभी, बीन्स, पत्ता गोभी, आलू, ब्रोकली इत्यादि। 
  • रागी फाइबर और कैल्शियम से भरपूर होता है। बीना तेल की मदद से बने रागी के खाद्य-पदार्थों का सेवन आप कर सकते हैं, जैसे- डोसा, रागी से बना दलिया, रागी माल्ट, रागी इडली इत्यादि। यह चिकन पॉक्स को ठीक करने में बहुत कारगर होता है। 
  • चेचक या चिकन पॉक्स में नारियल पानी पीना बहुत फायदेमंद साबित होता है। नारियल पानी विटामिन और खनिज पदार्थों से भरपूर होता है। इसको पीने से आपके शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है और गैस बनने की समस्या से भी छूटकारा मिलती है।
  • बहुत लोगों के मन में एक सवाल होता है कि चिकन पॉक्स में दूध पीना चाहिए या नहीं। आप चिकन पॉक्स में ताजा और घर के दूध का सेवन कर सकते हैं और ताजे दूध से बने ताजे पदार्थों का भी सेवन कर सकते हैं।
  • दही का सेवन करें। यह चिकन पॉक्स में फायदेमंद होने के साथ आपकी त्वचा के लिए भी बहुत अच्छा होता है। इसमें प्रोबायोटिक्स और कैल्शियम पाए जाते हैं। आप दिन भर में पर्याप्त मात्रा में दही और छाछ का सेवन कर सकते हैं। 
  • इसके अलावा आप चिकन पॉक्स में ताजे फाल और सब्जियों का सेवन कर सकते हैं, जैसे- गाजर, टमाटर, शिमला मिर्च, सूजी, फ्रेश जूस, टोफू, नट्स, अदरक, लहसन, चुकंदर,पालक, कीवी, तरबूज, खीरा, अंकुरित अनाज इत्यादि।

चिकन पॉक्स में किन चीजों से परहेज करें?

चेचक में परहेज करना संक्रमण को तेजी से ठीक करने के लिए बहुत जरूरी है। चेचक में निम्नलिखित चीजों से परहेज कर सकते हैं:-

  • सोडियम युक्त खाद्य पदार्थों से बचने की कोशिश करें।
  • तैलिय पदार्थ और ट्रांस वसा के सेवन से बचें।
  • खट्टे फलों का सेवन करने से बचें, जैसे- मौसंबी, संतरा, नींबू इत्यादि।
  • चिकन पॉक्स में ज्यादा गर्म खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। 
  • ऐसे में आपको मिर्च खाने से भी बचना चाहिए, जैसे- लाल मिर्च, खड़े मसाले इत्यादि।

सारांश

चेचक, चिकन पॉक्स और माता सब एक ही बीमारी का नाम है। यह एक संक्रामक बीमारी है, जो वेरिसेला-जोस्टर वायरस की वजह से होती है। ऐसे में शरीर पर दाने, खुजली, छाले-फफोले, बुखार इत्यादि होते हैं। इससे बचने का एक मात्र उपाय चिकेन पॉक्स वैक्सीन है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकता है। चिकेन पॉक्स के लक्षण बुखार, सिरदर्द, भूख में कमी, डायरिया, थकान, इत्यादि है। इसे ठीक होने में लगभग 2 से 4 सप्ताह लग सकते हैं।

आप घरेलू उपचार के द्वारा भी इसके लक्षणों को कम कर सकते हैं, जैसे- नीम के पानी से स्नान, कैलामाइन लोशन का उपयोग, इत्यादि। चिकन पॉक्स में क्या करे, क्या खाएं, माता निकलने पर परहेज, इत्यादि उपरोक्त भागों में बताया गया है। यदि आप चिकन पॉक्स को नजर अंदाज करते हैं, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है और आप भारी संकट में पड़ सकते हैं। इसलिए खुद को वीत्तिय रूप से तैयार रखने के लिए आप हेल्थ इंश्योरेंस(health insurance plans) जरूर कराएं। यह आपको भारी अस्पताल के खर्चों से बचाने के साथ आपके इलाज को लेकर चिंता मुक्त रखता है। आप केयर हेल्थ के फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान (Health Insurance for Family) को ले सकते हैं, जहां आपको एक ही पॉलिसी में पूरे परिवार के सदस्यों को बीमा प्राप्त होता है।

डिस्क्लेमर: चिकन पॉक्स के किसी भी लक्षण का पता चलने पर डॉक्टर से तत्काल परामर्श करें। प्लान के दावों की पूर्ति पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन है।

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