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लगातार हिचकी आने के कारण क्या है? इसे कैसे ठीक करें

  • calendar_monthPublished on 30 Aug, 2024

    autorenewUpdated on 30 Jan, 2025

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क्या आपने भी यही सुना है, कि हिचकी आने पर कोई याद करता है? या हिचकी आने पर पानी पीकर इसे बंद करने की कोशिश करते हैं। दरअसल हिचकी कई कारणो से आते हैं, जैसे- ज्यादा तीखा खा लेने से हिचकी आ सकती है, गले में खाना फंस जाने से हिचकी आती है, ओवर इटिंग से भी आ सकती है, इत्यादि। हिचकी को ठीक करने के लिए कुछ लोग पानी पीते हैं, तो कुछ लोग कलाई की नस दबाते हैं, तो कुछ झूठा आरोप लगाते हैं ताकि हिचकी को ठीक किया जा सके। लेकिन इस समस्या के मुख्य कारण को जानने की कोई कोशिश नहीं करता है। आइए जानते हैं, हिचकी बंद न हो रही तो क्या करे, लगातार हिचकी आने के कारण क्या है, हिचकी रोकने के उपाय, इत्यादि।

हिचकी आने के कारण क्या है?

हिचकी आने के कई कारण हो सकते हैं, इनमें से कुछ निम्नलिखित है:-

  • खाने का अत्यधिक सेवन
  • शारीरिक तापमान में बदलाव 
  • ज्यादा मात्रा में शराब का सेवन
  • बहुत ज्यादा पानी पीना
  • ज्यादा उत्तेजित होना
  • तनाव महसूस करना
  • पाचन से जुड़ी समस्या
  • डायबिटीज
  • किडनी डिजीज
  •  इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन
  • बेहोशी के कारण
  • अस्वस्थ भोजन करना
  • भोजन करते ससमय बात करना
  • कार्बोनेटेड युक्त पेय पदार्थ का सेवन
  • तेज हवा, धुआं, धूल का पेट के अंदर 
  • कभी जल्दी-जल्दी खाने-पीने से भी हिचकी आती है।
  • मेटाबॉलिक डिसऑर्डर

हिचकी रोकने के उपाय क्या है?

आमतौर पर हिचकी कुछ समय के बाद अपने आप ही ठीक हो जाती है। यदि हिचकी ठीक नहीं होती है और लगातार बनी रहती है तो डॉक्टर से परामर्श करें। सामान्य हिचकी को रोकने के लिए निम्नलिखित उपाय किया जा सकता है:-

  • कुछ समय के लिए सांस रोकें - जानकारों का मानना है कि, हिचकी आने पर कुछ समय के लिए सांस को रोक लेना चाहिए। इससे हिचकी को ठीक करने में मदद मिलती है।
  • शहद - स्टडी बताती है कि यदि आपको हिचकी आ रही है तो एक चम्मच शहद का सेवन लाभ पहुंचा सकता है। शहद शरीर के नर्व्स को संतुलित करने का करती है।
  • घुंटनों को छाती तक लाएं - यदि आपको हिचकी आ रही है तो तुरंत घुटने के बल बैठने की कोशिश करें और घुंटने को छाती तक लाने का प्रयास करें। ऐसा करने से आपके फेफड़ों पर प्रेशर पड़ता है और मांसपेशियों की सिकुड़न भी दूर होती है। इससे हिचकी को दूर करने में मदद मिलती है।
  • पीनट बटर का सेवन करें - ऐसा कहा जाता है कि एक चम्मच पीनट बटर खाने से हिचकी में आराम मिलता है। जब आप पीनट बटर खाते हैं तो यह आपके दांत और जीफ से होकर फुड पाइप के द्वारा पेट में जाता है और इससे आपके सांस लेने की प्रक्रिया भी प्रभावित होती है तो हिचकी को रोकने में मदद मिलती है।
  • आइस बैग गर्दन पर रखें - गर्दन पर आइस बैग या ठंडे पानी से भीगा कपड़ा रखने पर हिचकी को दूर करने में मदद मिलती है।
  • ध्यान भटकाना - कुछ जानकारों का कहना है कि जब किसी को हिचकी आती है तो उसे हैरान कर देने वाली बात कहने से भी हिचकी को खत्म किया जा सकता है। किसी का ध्यान भटकाने से भी हिचकी को दूर किया जा सकता है।

सारांश

हिचकी आना सामान्य बात है लेकिन कई बार यह लोगों को परेशान कर देती है। लगातार हिचकी आने के कारण लोग परेशान हो जाते हैं और कोई जरूरी काम करने में बाधा उत्पन्न होती है। हिचकी आने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे- खाने का अत्यधिक सेवन, ज्यादा मात्रा में शराब पीना, बहुत ज्यादा पानी पीना, पाचन से जुड़ी समस्याएं,  इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन, मेटाबॉलिक डिसऑर्डर इत्यादि। हिचकी के लिए घरेलू इलाज में कुछ समय के लिए सांस रोकें, शहद खाएं, पीनट बटर का सेवन करें, ध्यान भटकाना इत्यादि है।

हम देखें तो आज के समय में अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण लोगों को कई तरह की बीमारियां हो रही है और मानकर चलें तो डायबिटीज और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां तो लगभग सभी घरों में मिल जाएंगी। साथ ही, चिकित्सा की महंगाई साल दर साल बढ़ती ही जा रही है और ऐसे में एक आम नागरिक के लिए गंभीर बीमारियों के इलाज का खर्च निकालना बहुत मुश्किल हो जााता है।

इसलिए वित्तीए सुरक्षा को देखते हुए आज के समय में स्वास्थ्य बीमा लेना बहुत जरूरी है, जहां आपको इलाज के खर्च की टेंशन लिए बिना बेहतर अस्पताल चुनने की आजादी हो। ऐसे में आप केयर हेल्थ के फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान (Family Health Insurance) का चुनाव कर सकते हैं, जहां आपको एक ही पॉलिसी में, परिवार के सभी सदस्यों के लिए कवरेज प्रदान की जाती है। कम प्रिमियम के साथ ज्यादा कवरेज आपके वित्तीय सुरक्षा को सुनिश्चित करता है।

डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी केवल संदर्भ उद्देश्यों के लिए है। सही चिकित्सीय सलाह के लिए डॉक्टर से परामर्श करें। स्वास्थ्य बीमा लाभ पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन हैं। अधिक जानकारी के लिए अपने पॉलिसी दस्तावेज़ पढ़ें।

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