Subscribe to get weekly insights
Always stay up to date with our newest articles sent direct to your inbox
calendar_monthPublished on 22 Apr, 2024
autorenewUpdated on 23 Feb, 2025
visibility56844 Views
nest_clock_farsight_analog3 min Read
Written by Care Health Insurance
favorite14Likes
हमारे शरीर में मौजूद प्रोस्टेट एक ऐसी ग्रंथी होती है, जिसे पौरुष ग्रंथी के नाम से भी जाना जाता है। इस बीमारी को बिनाइन प्रोस्टेटिक हाईपरप्लासिया भी कहा जाता है। सामान्यतौर पर 55-60 वर्ष से ज्यादा के लोगों में पेशाब संबंधी समस्याएं ज्यादा देखने को मिलती है और समय के साथ ज्यादा उम्र बढ़ने पर सभी पुरुषों में प्रोस्टेट बढ़ने लगता है।
प्रोस्टेट हमारे शरीर में एक तरह के तरल प्रदार्थ का निर्माण करता है, जो स्खलन के समय शुक्राणुओं को ले जाने का काम करते हैं। यदि आपके शरीर में प्रोस्टेट के आकार में बढ़ोतरी होती है तो इससे आपके यूरिन ब्लैडर, जहां आपका यूरिन एकत्र होता है, वहां से यूरिन पास के दौरान रुकावट जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है, जो आपको काफी तकलीफ पहुंचा सकती है। इसकी वजह से यूरिनरी ट्रैक, यूरिन ब्लैडर या किडनी से जुड़ी हुई परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है।
इस बढ़े हुए प्रोस्टेट को ही बिनाइन प्रोस्टेटिक हाईपरप्लासिया बोला जाता है। प्रोस्टेट का बढ़ना किसी तरह के कैंसर का विकास नहीं करते हैं और ना ही यह कैंसर के जोखिम कारकों को बढ़ावा देती है। बढ़े हुए प्रोस्टेट के लिए कई तरह के इलाज उपलब्ध है, जहां आप दवाई, थेरेपी या सर्जरी इत्यादि के जरिए अपना इलाज करा सकते हैं। यह आपके बढ़े हुए प्रोस्टेट की स्थिति, लक्षण, साइज इत्यादि के बाद डॉक्टर द्वारा सुझाव दिया जाता है।
बिनाइन प्रोस्टेटिक हाईपरप्लासिया या प्रोस्टेट बढ़ने के लक्षण निम्नलिखित है:-
जब किसी व्यक्ति का यूरिनरी ब्लैडर पूरी तरह से खाली नहीं हो पाता है तो यूरिनरी ट्रैक इंफेक्शन होने का खतरा ज्यादा होता है। इससे पेशाब में खून आना, स्टोन, तीव्र युरिनरी रिटेंशन, आदि जैसी समस्याएं होती है।
व्यक्ति की उम्र बढ़ने के साथ प्रोस्टेट बढ़ने की स्थिति को सामान्य मान लिया जाता है। यह वृद्धावस्था में जिनकी आयु लगभग 80 या उससे ज्यादा हो बीपीएच सिंड्रोम हो सकता है। प्रोस्टेट बढ़ने के कारण और उपचार निम्नलिखित है:-
प्रोस्टेट बढ़ने का निदान करने के लिए डॉक्टर आपके लक्षणों से जुड़ी समस्याओं को देखते हैं, पूछते हैं और निम्नलिखित टेस्ट का सुझाव दे सकते हैं:-
>> इसे भी पढ़ें - पेशाब में जलन के उपाय, कारण और घरेलू इलाज
प्रोस्टेट की समस्या का इलाज कई तरह से किया जा सकता है, जिसमें थेरेपी, मेडिकेशन या सर्जरी आदि शामिल है। ऐसे में आपके डॉक्टर प्रोस्टेट बढ़ने के लक्षणों, आकार, उम्र इत्यादि के आधार पर इलाज तय करते हैं। प्रोस्टेट बढ़ने का इलाज निम्नलिखित तरीको से किया जा सकता है:-
हमारे शरीर में मौजूद प्रोस्टेट एक ऐसी ग्रंथी होती है, जो हमारे शरीर में एक तरल प्रदार्थ का निर्माण करता है, जो शुक्राणुओं को ले जाने का काम करते हैं। प्रोस्टेट बढ़ने पर, यूरिन पास के दौरान रुकावट जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है, जो आपको काफी तकलीफ पहुंचा सकती है। इसके कारण यूरिनरी ट्रैक, यूरिन ब्लैडर या किडनी से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती है।
बढ़े हुए प्रोस्टेट को ही बिनाइन प्रोस्टेटिक हाईपरप्लासिया कहा जाता है। बढ़े हुए प्रोस्टेट का इलाज आप दवाई, थेरेपी या सर्जरी इत्यादि के जरिए करा सकते हैं। बढ़े हुए प्रोस्टेट के लक्षण में यूरिन फ्रीक्वेंसी में बदलाव होना, यूरिन पास करने की तीव्र इच्छा, नींद के समय बार-बार यूरिन पास करने की इच्छा, यूरिन पास करने के शुरूआत में दर्द होना, यूरिन पास करने के बाद या स्खलन के बाद तकलीफ, इत्यादि है।
प्रोस्टेट के कारण में उम्र बढ़ना, मूत्रपथ में संक्रमण, टेस्टिकल में चोट लगना, मेल सेक्स हार्मोन में बदलाव इत्यादि। बढ़े हुए प्रोस्टेट का इलाज आप मेडिकेशन, थेरेपी या सर्जरी के द्वारा कर सकते हैं। बढ़े हुए प्रोस्टेट की समस्या को गंभीर होने से पहले आपको डॉक्टर से परामर्श कर लेना चाहिए और उपयुक्त इलाज की तरफ आगे बढ़ना चाहिए। साथ हीआपको बतादें कि आज के दौर में स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) का होना बहुत जरूरी है।
यह किसी भी तरह के गंभीर बीमारी के इलाज के लिए वित्तीय रूप से सहायता प्रदान करता है और आपको खर्चों की परेशानी से बचाता है। आप चाहे तो केयर हेल्थ के फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान (Family Health Insurance) को ले सकते हैं, जहां आपको एक ही पॉलिसी में परिवार के सभी सदस्यो के लिए स्वास्थ्य बीमा प्राप्त हो जाता है और साथ ही कई सारी स्वास्थ्य सुविधाएं भी मिल जाती है।
डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी केवल संदर्भ उद्देश्यों के लिए है। सही चिकित्सीय सलाह के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें। स्वास्थ्य बीमा लाभ पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन हैं। अधिक जानकारी के लिए अपने पॉलिसी दस्तावेज़ पढ़ें।
शुगर कंट्रोल कैसे करे? जानें, डायबिटीज में क्या खाना चाहिए Care Health Insurance in Health & Wellness
Thyroid : मामूली नहीं हैं महिलाओं में थायराइड होना, जानें इसके लक्षण और घरेलू उपचार Care Health Insurance in Diseases
प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण, कारण और इलाज क्या है Care Health Insurance in Diseases
हाई ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल कैसे करें? देखें इसके उपाय Care Health Insurance in Diseases
National Eating Disorders Awareness Week Care Health Insurance in Awareness Days
Guillain-Barré Syndrome (GBS): Causes, Symptoms and Treatment Care Health Insurance in Diseases
Growing Strong: Celebrating Kids ENT Health Month Care Health Insurance in Awareness Days
Alzheimer’s Disease and Dementia Care Staff Education Week Care Health Insurance in Awareness Days
keyboard_arrow_down Health Insurance Articles
open_in_newkeyboard_arrow_down Travel Insurance Articles
open_in_new