Subscribe to get weekly insights
Always stay up to date with our newest articles sent direct to your inbox
calendar_monthPublished on 23 Aug, 2023
autorenewUpdated on 20 Feb, 2025
visibility179354 Views
nest_clock_farsight_analog4 min Read
Written by Care Health Insurance
favorite3Likes
फेफड़ा हमारे शरीर में ऑक्सीजन का संचार करता है, ब्लड को शुद्ध करता है और सांस को फिल्टर करने का काम करता है। लेकिन यदि किसी व्यक्ति के फेफड़े में कही से वायरस, बैक्टीरिया और फंगस विकसित होना शुरू कर देते हैं, तो फेफड़ों में संक्रमण होने लगता है। फेफड़ों में एयर सैक होता है, मतलब हवा की छोटी-छोटी थैलियां, जो इन्फेक्शन के कारण मवाद या अन्य द्रव से भर जाता हैं। जिसके कारण सांस लेने में परेशानी जैसी समस्याएं होने लगती है।
फेफड़ों में संक्रमण की स्थिति को लंग इन्फेक्शन कहा जाता है। यह इन्फेक्शन लंग में मौजूद हवा की छोटी-छोटी थैलियों में भी हो सकता है, इसे निमोनिया कहा जाता है। इसके अलावा इन्फेक्शन लंग के बड़े एयरवेज में भी हो सकता है, जिसे ब्रोंकाइटिस के नाम से जाना जाता है।
फेफड़ों में संक्रमण के निम्नलिखित प्रकार हो सकते हैं:-
लंग इन्फेक्शन होने पर निम्नलिखित लक्षण हो सकते है:-
फेफड़ों में इन्फेक्शन के मुख्य कारण दो है, वायरस और बैक्टीरिया। जब रोगी सांस लेता है तो ये रोगाणु फेफड़े में चले जाते है और फेफड़े में हवा की छोटी-छोटी थैलियों में जमा हो जाते हैं। इसके बाद उनकी संख्या बढ़ने लगती है और वो बढ़ने लगते हैं, जो संक्रमण का कारण बनते हैं।
यह संक्रामक भी हो सकता है, यानी व्यक्ति के खांसने, बोलने, छिंकने आदि से भी दूसरे में फैल सकता है। लंग इन्फेक्शन बढ़ाने वाले मुख्य कारक निम्नलिखित है”:-
>> इसे भी पढ़ें - ऑक्सीजन लेवल कम होने के लक्षण क्या है? इसे कैसे चेक करें, जानें सबकुछ
फेफड़ों में संक्रमण होने पर आप निम्नलिखित खाद्य-पदार्थों का सेवन कर सकते हैं, जिससे आपको संक्रमण से राहत मिलेगी:-
फेफड़ों के लिए साबुत अनाज बहुत हेल्दी होता है। इसमें पर्याप्त मात्रा में कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं, जैसे- फाइबर, विटामिन ई, इत्यादि। साथ ही यह एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। आप अपने डाइट में जौ, गेहूं, मूंग इत्यादि को शामिल कर सकते हैं।
हरी सब्जियों में आप ब्रोकली, बीन्स, पालक इत्यादि का सेवन कर सकते हैं, यह आपके फेफड़ों के लिए बहुत फायदेमंद है।
चुकंदर में कई जरूरी पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं, जैसे- मैग्नीशियम, विटामिन सी, पोटैशियम इत्यादि। यह लंग इंफेक्शन में काफी फायदेमंद होता है।
संतरा एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, इसमें पाया जाने वाला विटामिन सी फेफड़ों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
सेब में पर्याप्त मात्रा में विटामिन ई और सी पाया जाता है, जो फेफड़ों के संक्रमण के अलावा बाकी रोगों के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
लंग के इंफेक्शन को कम करने के लिए पपीता बहुत सही माना जाता है। आप सुबह में खाली पेट पपीते का सेवन कर सकते हैं।
कीवी एक ऐसा फल है जिसमें बहुत सारे विटामिंस और मिनरल्स पाए जाते हैं। नियमित रूप से सुबह खाली पेट कीवी खाना स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। कीवी ब्लड प्लेटलेट्स बढ़ाने में भी मदद करता है। कीवी का सेवन आपके फेफेड़ों के संक्रमण को धीरे-धीरे कम करता है।
तरबूज फेफड़ों के संक्रमण में बहुत फायदेमंद होता है। यह आपके लंग इंफेक्शन को कम करता है। इसके जूस का सेवन फेफडों में जमी गंदगी को बाहर निकालती है।
वैसे तो अमरूद पेट की सफाई करने के लिए बहुत फायदेमंद फल माना जाता है। इसमें पाया जाने वाला फाइबर पेट की गैस, कब्ज, एसिडिटी की समस्या को पूरी तरह खत्म करने में बहुत मददगार होता है। अमरूद फेफड़ों की सफाई करने का काम करता है। आप नियमित रूप से सुबह में एक अमरूद का सेवन कर सकते हैं।
फेफड़े में इन्फेक्शन का घरेलू इलाज कई कारको पर निर्भर करता है, इसका इलाज निम्नलिखित है:-
फेफड़ों में संक्रमण बैक्टीरिया, वायरस या फंगस की वजह से होता है। यदि किसी के फेफड़ों में वायरस या बैक्टीरिया विकसित होना शुरू हो जाता है तो यह इंफेक्शन का रूप ले लेता है। लंग इंफेक्शन के मुख्य प्रकार निमोनिया, फ्लू, ब्रोंकाइटिस, टीबी है। इसके लक्षण खांसी और बलगम में ब्लड आना, सांस लेने में परेशानी, गले में दर्द होना, घरघराहट आदि है।
इसके कारण प्रदूषण, धुम्रपान, वृद्धावस्था, इम्यूनिटी कमजोर होना, इत्यादि है। कुछ फल और सब्जियों के सेवन से फेफड़ों के संक्रमण को कम किया जा सकता है, जैसे- सेब, संतरा, साबुत अनाज, पपीता, कीवी इत्यादि। लंग इन्फेक्शन एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति में खांसने, छींकने से आसानी से फैल सकती है।
ऐसे बीमारियों में वीत्तिय रूप से तैयार रहने के लिए आप हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) भी करा सकते हैं, जो आपको अस्पताल के खर्चों से बचाता है। आप केयर हेल्थ के क्रिटिकल इलनेस प्लान (Critical Illness Insurance) को खरीद सकते हैं और अपने आप को बीमारी के वीत्तिय बोझ से बचा सकते हैं। आप सीनियर सिटीजन प्लान(health insurance plan for senior citizen) को भी आजमा सकते हैं, जो बुजुर्गों के लिए बहुत फायदेमंद है।
डिस्क्लेमर: फेफड़ों में संक्रमण के मामले में डॉक्टर से तत्काल परामर्श करें। दावों की पूर्ति पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन है। कृप्या ब्रोशर और प्रॉस्पेक्टस को ध्यान पूर्वक पढ़ें।
शुगर कंट्रोल कैसे करे? जानें, डायबिटीज में क्या खाना चाहिए Care Health Insurance in Health & Wellness
Thyroid : मामूली नहीं हैं महिलाओं में थायराइड होना, जानें इसके लक्षण और घरेलू उपचार Care Health Insurance in Diseases
प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण, कारण और इलाज क्या है Care Health Insurance in Diseases
हाई ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल कैसे करें? देखें इसके उपाय Care Health Insurance in Diseases
National Eating Disorders Awareness Week Care Health Insurance in Awareness Days
Guillain-Barré Syndrome (GBS): Causes, Symptoms and Treatment Care Health Insurance in Diseases
Growing Strong: Celebrating Kids ENT Health Month Care Health Insurance in Awareness Days
Alzheimer’s Disease and Dementia Care Staff Education Week Care Health Insurance in Awareness Days
keyboard_arrow_down Health Insurance Articles
open_in_newkeyboard_arrow_down Travel Insurance Articles
open_in_new