Subscribe to get weekly insights
Always stay up to date with our newest articles sent direct to your inbox
calendar_monthPublished on 28 Feb, 2023
autorenewUpdated on 18 Feb, 2025
visibility336744 Views
nest_clock_farsight_analog5 min Read
Written by Care Health Insurance
favorite23Likes
कैंसर - डराने के लिए नाम ही काफी है। दुनियाभर में मौत के लिए दूसरा सबसे प्रमुख कारण कैंसर है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार आज के समय में हर वर्ष 10 मिलियन कैंसर के नए मामले सामने आते हैं। इसके नए आकलन के अनुसार भारत के हर 10 लोगों में से एक व्यक्ति अपने पूरे जीवनकाल में कैंसर विकसित कर सकता है और 15 लोगों में एक की मृत्यू कैंसर से हो सकती है। डब्ल्यूएचओ के मुताबित कैंसर से जुड़े भारत में कुछ चौकानें वाले आंकड़े भी मिले हैं, जो इस प्रकार है:-
शरीर में होने वाली असामान्य और खतरनाक स्थिति, जिसमें कोशिकाओं की असामान्य वृद्धी होती है, उसे कैंसर कहते हैं। हमारे शरीर में कोशिकाओं का लगातार विभाजन होना एक सामान्य प्रक्रिया है, जिस पर शरीर का पूरा नियंत्रण रहता है। लेकिन जब किसी विशेष अंग की कोशिकाओं पर शरीर का नियंत्रण नहीं रहता है तो वे असामान्य रूप से बढ़ने लगती है और ट्यूमर का रूप ले लेती है, इसे कैंसर कहा जाता है। ज्यादातर कैंसर ट्यूमर के रूप में होते हैं, लेकिन ब्लड कैंसर के मामले में ट्यूमर नहीं होता है। एक बात यह भी ध्यान रखें की हर ट्यूमर कैंसर नहीं होता है।
आसान शब्दों में कहें तो, कैंसर शरीर में होने वाली असामान्य स्थिति है, जिसमें कोशिकाएं असाधारण रूप से बढ़ने लगती है और बढ़ी हुई चर्बी की एक गांठ बन जाती है, जिसे ट्यूमर कह सकते हैंं। यह शरीर के किसी भी अंग में हो सकता है। आमतौर पर, कैंसर में होने वाले ट्यूमर दो तरह के होते हैं, पहला बिनाइन ट्यूमर और दूसरा मैलिग्नैंट ट्यूमर। मैलिग्नैंट ट्यूमर शरीर के दूसरे हिस्सों में फैलता है जबकि बिनाइन नहीं फैलता है।
सभी कैंसर के लक्षण उसके प्रकार और स्थान के अनुसार अलग-अलग होते हैं। लेकन कुछ अन्य लक्षण भी हैं जो देखे जा सकते हैं, जैसे:-
कैंसर होने के पीछे कोई ज्ञात कारण नहीं है। लेकिन कुछ पदार्थ जिन्हें कोर्सिनोजन कहा जाता है, वो कैंसर के प्रमुख कारणों में से एक है, और यह कारक कैंसर होने की संभावना को बढ़ा सकते हैं। कैंसर के प्रमुख जोखिम कारक निम्नलिखित है:-
कैंसर के ज्यादातर मामलों में ट्यूमर होता है और इन्हें गंभीरता के आधार पर चार स्टेज में बांटा गया है। जो निम्नलिखित है:-
कैंसर का इलाज उसके प्रकार, स्टेज और स्थान के आधार पर किया जाता है। यह डॉक्टर तय करते हैं कि आपके कैंसर के लिए कौन सा उपचार सही है । सामान्य तौर पर कैंसर का इलाज सर्जरी, नॉन-सर्जरी, हार्मोन थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी, कीमोथेरेपी और स्टेम सेल ट्रांसप्लांट इत्यादि द्वारा किया जाता है। कैंसर ट्रीटमेंट निम्नलिखित तरीकों से किया जाता है:-
सर्जरी - कैंसर के इलाज में सर्जरी द्वारा कोशिकाओं के असाधारण रूप से बढ़ने वाले हिस्से को निकाल दिया जाता है। इसे बायोप्सी तकनीक द्वारा किया जाता है, जब ट्यूमर तक आसानी से पहुंचा जा सके। यदि कैंसर दूसरे हिस्सो में नहीं फैला है तो सर्जरी बेस्ट ऑप्शन है।
रेडिएशन थेरेपी - यह नॉन सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें रेडिएशन थेरेपी (Radiation Tharepy) कैंसर कोशिकाओं पर डायरेक्ट असर करती है। इसमें गामा रेडिएशन की मदद से असामान्य रूप से बढ़ रही कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है।
कीमोथेरेपी - कैंसर के इलाज के लिए किमोथेरेपी (Chemotherapy) कई चरणों में किया जाता है। इसमें विशेष प्रकार के ड्रग्स, दवा के जरिए बढ़ रही कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है।
इम्यूनोथेरेपी (immunotherapy) - यह आपके इम्यून सिस्टम को कैंसर कोशिकाओं से लड़ने के लिए प्रबल बनाती है।
हार्मोन थेरेपी - हार्मोन थेरेपी के जरिए हार्मोन से प्रभावित कैंसर का इलाज किया जाता है। इस थेरेपी से प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer) और स्तन कैंसर का काफी सुधार होता है।
अपने लाइफस्टाइल में बदलाव कर के, हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाकर और जोखिम कारको को कम कर के कैंसर से बचा जा सकता है: -
सारांश - शरीर में असामान्य रूप से कोशिकाओं का लगातार बढ़ना कैंसर का रूप धारण करता है। अचानक वजन बढ़ना या घटना, त्वाचा के रंग में परिवर्तन, गांठ आदि कैंसर के कुछ लक्षण हैं, जिसका संकेत मिलते ही आपको डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। हेल्दी लाइफ स्टाइल अपनाकर आप कैंसर के जोखिम कारक से बच सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं।
>> जानिए: ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण और संकेत
डिस्क्लेमर: कैंसर से जुड़े कोई भी लक्षण या संकेत मिलने पर तत्काल डॉक्टर से परामर्श करें। कैंसर इंश्योरेंस प्लान की सुविधाएँ, लाभ और कवरेज भिन्न हो सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए कृपया ब्रोशर, सेल्स प्रोस्पेक्टस, नियम और शर्तों को ध्यान से पढ़ें।
शुगर कंट्रोल कैसे करे? जानें, डायबिटीज में क्या खाना चाहिए Care Health Insurance in Health & Wellness
Thyroid : मामूली नहीं हैं महिलाओं में थायराइड होना, जानें इसके लक्षण और घरेलू उपचार Care Health Insurance in Diseases
प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण, कारण और इलाज क्या है Care Health Insurance in Diseases
हाई ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल कैसे करें? देखें इसके उपाय Care Health Insurance in Diseases
National Eating Disorders Awareness Week Care Health Insurance in Awareness Days
Guillain-Barré Syndrome (GBS): Causes, Symptoms and Treatment Care Health Insurance in Diseases
Growing Strong: Celebrating Kids ENT Health Month Care Health Insurance in Awareness Days
Alzheimer’s Disease and Dementia Care Staff Education Week Care Health Insurance in Awareness Days
keyboard_arrow_down Health Insurance Articles
open_in_newkeyboard_arrow_down Travel Insurance Articles
open_in_new