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calendar_monthPublished on 13 Dec, 2024
autorenewUpdated on 17 Dec, 2024
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nest_clock_farsight_analog4 min Read
Written by Vipul Tiwary
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दुनिया भर में हर साल नोरोवायरस के 68.5 करोड़ अनुमानित मामले दर्ज किए जाते हैं, जिनमें से लगभग 20 करोड़ मामले 5 साल से छोटे बच्चों के होते हैं। यह हम नहीं कह रहे हैं, यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) कि तरफ से दिया गया आकड़ा हैं। इतना ही नहीं, नोरोवायरस से हर साल करीब 2,00,00,000 मौतें भी होती है, जिनमें 50,000 सिर्फ बच्चे शामिल होते हैं। डब्लूएचओ यह भी बताता है कि यह मौतें कम आय वाले देशों में ज्यादा होती है और इस वायरस के कारण दुनिया भर में हेल्थ केयर के खर्चों के साथ आर्थिक नुकसान लगभग 60 बिलियन डॉलर का होता है। अब तो आप समझ गए होंगे नोरोवायरस क्या बला है। तो चलिए विस्तार से जानते हैं नोरोवायरस क्या है, इसके लक्षण और इलाज क्या है, इससे कैसे बचें।
नोरोवायरस, कैलिसिविरिडे परिवार से संबंधित एक ज्यादा संक्रामक वायरस है, जिसे पेट फ्लू (Stomach Flu)भी कह सकते हैं। वैसे यह किसी भी मौसम में हो सकता है लेकिन सर्दियों के समय होना यह बहुत कॉमन है। नोरोवायरस पेट को प्रभावित करने वाला वायरस है, जिससे उल्टी-दस्त की समस्या हो सकती है। यह वायरस वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस का कारण बनता है। हांलाकि, इसके इलाज के लिए कोई विषेश उपचार अभी तक उपलब्ध नहीं है, लेकिन आमतौर पर यह अपने आप दो दिनों में ठीक हो जाता है। कोई भी व्यक्ति जब इस वायरस से संक्रमित होता है तो यह वायरस उसके भीतर 12 से 48 घंटो तक रहता है और यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है।
पेट फ्लू आपके पेट को बहुत प्रभावित करती है। इसमें उल्टी, दस्त और पेट में ऐंठन जैसे लक्षण आपको महसूस होते हैं। जिसका मतलब होता है पेट में किसी प्रकार का वायरल संक्रमण का होना। यह संक्रमण नोरोवायरस, रोटावायरस या किसी भी तरह के वायरस से हो सकता है। इसे चिकित्सकीय भाषा में वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस कहते हैं। इसकी वजह से पाचन तंत्र में सूजन की समस्या, दस्त-उल्टी इत्यादि हो सकता है।
नोरोवायरस एक्यूट बीमारी के कैटेगरी में आता है, इसलिए इसके लक्षण और संकेत अचानक शुरु होते हैं। नोरोवायरस के लक्षण निम्नलिखित है:-
नोरोवायरस होने के कई कारण हो सकते हैं। इसके कुछ सामान्य कारण निम्नलिखित है:-
नोरोवायरस से संक्रमित होने के लिए निम्नलिखित जोखिम कारक हो सकते हैं:-
नोरोवायरस कई तरह से फैलता है। सामान्य रूप से यह दूषित खाना खाने, दूषित पानी पीने और किसी भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। आमतौर पर यह संक्रमण ज्यादा घातक नहीं होता है लेकिन बुजुर्गों और बच्चों को खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। यदि इसके गंभीर लक्षणों पर ध्यान नहीं दिया जाए तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है।
नोरोवायरस अत्यधिक संक्रामक है, जिसे रोकने के लिए अभी तक कोई टीका उपलब्ध नहीं है। लेकिन कुछ चीजों के द्वारा आप इसके प्रसार और जोखिम कारक को कम कर सकते हैं। नोरोवायरस से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:-
नोरोवायरस को इतने हल्के में भी नहीं लें, हर साल इससे करीब 2 करोड़ लोगों की जान जाती है, जिसमें 50 हजार बच्चे शामिल होते हैं। नोरोवायरस किसी भी मौसम में हो सकता है, लेकिन यह ठंड के दिनों में ज्यादा होता है। यह एक पेट फ्लू है जिसमें उल्टी और दस्त की समस्या होती है। इसके लक्षण में दस्त, उल्टी, पेद दर्द, कमजोरी, पेशाब में कमी, शरीर दर्द इत्यादि जैसी समस्या हो सकती है। इसका मुख्य कारण वायरस से दूषित भोजन करना, दूषित पानी का सेवन करना, संक्रमित व्यक्ति के साथ निकट संपर्क होना इत्यादि है।
इसके जोखिम कारक होते है जिसकी वजह से नोरोवायरस के बढ़ने की संभावना होती है, जैसे- होटल या रेस्टोरेंट वाली जगहों पर साथ रहना, नर्सिंग होम के पास में रहना, ऐसा स्थान जहां संक्रमित व्यक्ति के द्वारा खाना-पीना किया गया हो। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकता है। इस वायरस से बचाव के लिए अभी तक किसी वैक्सीन का निर्माण नहीं हुआ है।
इसके लक्षण को नियंत्रित कर और सावधानी बरतकर ही इससे बचाव किया जा सकता है, जैसे- शौच के बाद हाथ को साबुन से अच्छे से धोएं, किसी भी बीमार व्यक्ति की देखभाल बहुत सजगता से करें और साफ-सफाई बनाएं रखें, खाना को ठीक से पकने के बाद ही खाएं, बीमारी से पूर तरह ठीक होने के बाद ही यात्रा करें, भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचें, इत्यादि। वैसे भी किसी आम या खास नागरिक को स्वस्थ रहने के लिए सही स्वच्छता और साफ-सफाई बनाए रखना बहुत जरूरी है। यह न केवल पेट फ्लू की समस्या से बचाती है बल्कि और भी बहुत सारी बीमारियों से आपको दूर रखती है। पेट फ्लू एक ऐसी समस्या है जिससे हर साल लाखों लोग परेशान होते है और गंभीर मामलों में कई लोगों की जान भी जाती है।
हालांकि यह बीमारी आमतौर पर अपने आप ही ठीक हो जाती है लेकिन कुछ रोगियों में डिहाइड्रेशन और कमजोरी की समस्या हो जाती है, जिसका ध्यान देना बहुत जरूरी है, नहीं तो अस्पताल में भर्ती होने की और पानी चढ़ाने की भी नौबत आ सकती है। ऐसे में बिना किसी वित्तीय बोझ के, अस्पताल में भर्ती होने के खर्चों को कवर करने के लिए हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी (Health Insurance Policy) खरीद सकते हैं। आप केयर हेल्थ का सामान्य स्वास्थ्य बीमा प्लान खरीद सकते हैं, जहां आपको प्री और पोस्ट होस्पिटलाइजेशन के साथ और भी कई सारी स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाती है।
>> जाने: इंफ्लुएंजा वायरस क्या होता है?
डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी केवल संदर्भ उद्देश्यों के लिए है। सही चिकित्सीय सलाह के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें। स्वास्थ्य बीमा लाभ पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन हैं। अधिक जानकारी के लिए अपने पॉलिसी दस्तावेज़ पढ़ें।
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