Care Insurance
  • calendar_monthPublished on 20 Feb, 2020

    autorenewUpdated on 11 Jan, 2025

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हाई बीपी बढ़ने का कारण और इलाज क्या है?

क्या आप जानते हैं, ब्लड प्रेशर क्यों बढ़ता है? हाई ब्लड प्रेशर एक गंभीर समस्या हैं, जिसमें ब्लड का दबाव 90/140 या इसके उपर पहुंच जाता है। ऐसे में शरीर के धमनियो में ब्लड का प्रेशर बहुत बढ़ जाता है। दिनभर में रक्तचाप कई बार बढ़ता और घटता है, लेकिन यदि यह लंबे समय तक बढ़ा रहता है तो यह सेहत पर बुरा प्रभाव डाल सकता हैं। इसके कारण ह्रदय रोग, हार्ट फेल्योर और स्‍ट्रोक जैसी कई गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं।

हाई ब्लड पेशर का मुख्य कारण लाइफस्टाइल से जुड़ी आदतें हैं, जिसके कारण और भी कई बीमारियाँ हो सकती हैं। बीपी बढ़ने के क्या लक्षण है, यह कई सालों तक पता नहीं चलता है और बिना किसी लक्षण के बढ़ते रहता हैं। इसे हाइपरटेंशन के नाम से भी जाना जाता है। एक बार जब हाइ ब्लड प्रेशर का पता लग जाए उसके बाद दवाइयों और हेल्दी लाइफ स्टाइल  के द्वारा इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है।

समय पर भोजन ना करना, देर तक स्मार्टफोन चलाना, व्यायाम ना करना इत्यादि। इन सब आधुनिक जीवनशैली के कारण उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ जाता है। इनके अलावा और भी कुछ कारण हैं, जिनके लिए आप जिम्मेदार नहीं होते हैं, जैसे लिंग, उम्र, जीवनशैली इत्यादि। आइए जानते हैं, ब्लड प्रेशर क्यों बढ़ता है, इसके क्या कारण होते हैं, इसके बढ़ने से क्या समस्याएं हो सकती है, क्या ब्लड प्रेशर के लिए हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) ले सकते हैं, आदि।

हाई ब्लड प्रेशर के सामान्य लक्षण क्या है?

वैसे तो हाई बीपी के लक्षणों का कई सालों तक पता नहीं चलता है, लेकिन कुछ सामान्य लक्षण हैं, जिसका पता लगने के बाद आप ब्लड प्रेशर जांच करा सकते हैं:-

  • दृष्टि में परिवर्तन
  • छाती में दर्द 
  • चक्कर आना 
  • सांस लेने में मुश्किल
  • अनुवांशिक
  • पेशाब में खून आना
  • सिरदर्द रहना 
  • नाक से ब्लड आना

हाइपरटेंशन होने के क्या कारण है?

तनाव 

आज के आधुनिक युग मे हर कोई स्ट्रेस से ग्रस्त है| पहले यह बीमारी बुज़ुर्गो में पाई जाती थी लेकिन अब यह युवको और बच्चों को भी होने लगी है| नौकरीपेशा लोग दफ़्तर के काम से स्ट्रेस में रहते हैं, वही ग्रहणी, जिन्हें घर संभालने का स्ट्रेस होता है। स्ट्रेस के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ाने वाले हॉर्मोन्स निकलते हैं जो रक्त वाहिकाओं पर दबाव डालते है और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है।

सिग्रेट और शराब का सेवन

अगर आप कभी कभार सिग्रट पीते  हैं, तब भी आपको हाइपरटेंशन हो सकता है। सिग्रेट में निकोटिन कोशिकाओं को संकुचित कर देता है। ज़्यादा मात्रा में शराब का सेवन भी आपको हाइपरटेंशन का शिकार बना सकता है। 

ब्लड प्रेशर बढ़ने से क्या होता है?

ब्लड प्रेशर के बढ़ने से निम्नलिखित समस्याएं हो सकती है:-

  • एन्यूरिज्म: ब्लड प्रेशर के बढ़ने से कोशिकाएं कमज़ोर हो जाती हैं और ये  एन्यूरिज्म का रूप ले लेती हैं| यह काफ़ी खतरनाक हो सकता है। एन्यूरिज्म धमनियों के स्थानीय उभार को कहते हैं।
  • हार्ट फेल्योर- हाई बीपी से कोशिकाओं पर ज़्यादा दबाव पड़ता है जिसके कारण ह्रदय की मांसपेशियां भारी हो जाती हैं। ऐसे में शरीर की जरूरत के मुताबिक रक्तप्रवाह नहीं होता है और हार्ट फेल्योर की समस्या हो सकती है।
  • दिल का दौरा - हाई ब्लड प्रेशर से शरीर की कोशिकाएं सख्त और मोटी हो जाती हैं, जिसके कारण हार्ट अटैक और दूसरी समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं।
  • मस्तिष्क से जुड़ी समस्याएं - अनियंत्रित हाई ब्लड प्रेशर आपकी सोचने और सीखने की क्षमता पर प्रभाव डालता है। याददाश्त की समस्याएं हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों में सामान्य मानी जाती है।

उच्च रक्तचाप को बिना किसी दवाई के प्रयोग से भी सामान्य स्तर पर लाया जा सकता है| इसके लिए जरूरी है अपनी जीवन शैली में बदलाव करना। यदि आप अपने जीवन में निम्नलिखित बदलाव लाते हैं, तो आप इस गंभीर बीमारी से निजात पा सकते हैं। हाइपरटेंशन से बचना है तो अपने वजन को बढ़ने ना दें। नियमित व्यायाम से हाइपरटेंशन को कम किया जा सकता है। व्यायाम करने से दिमाग को शांति मिलती है, और मानसिक तनाव कम हो जाता है। 

संतुलित आहार का सेवन करें और नमक का इस्तेमाल कम से कम करें। शराब की मात्रा को सीमित करें और धुम्रपान बंद कर दें। ऐसे करने से आपको हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। हाई ब्लड प्रेशर के लिए आप हेल्थ इंश्योरेंस भी ले सकते हैं।  यह बीमित व्यक्ति की चिकित्सा और सर्जिकल लागत को कवर करता है। आप केयर हेल्थ इंश्योरेंस के सीनियर सिटीजन हेल्थ इंश्योरेंस प्लान(Senior Citizen Health Insurance Plans)  को ले सकते हैं।

>> Check: हाइपरटेंशन हेल्थ इंश्योरेंस

डिस्क्लेमर:  हाई ब्लड प्रेशर के दावों की पूर्ति पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन है।

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