दुनिया में मौत का दूसरा प्रमुख कारण कैंसर है। कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती है। ऐसे में शरीर के अंदर विकार पैदा करने वाली कोशिकाएं बनने लगती है और असामान्य रूप से विभाजित हो कर धीरे-धीरे आपके पूरे शरीर में फैल सकती हैं।
आईसीएमआर के अनुसार भारत में कुल सात प्रकार के कैंसर ज्यादा देखने को मिलते हैं। लंग कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, मूंह का कैंसर, पेट का कैंसर, लिवर कैंसर, एसोफेगस कैंसर और गर्भाशय ग्रीवा कैंसर। कुछ कैंसर जो महिलाओें में सबसे ज्यादा पाए जाते हैं, वे हैं- ब्रेस्ट कैंसर, फेफेड़े का कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, एंडोमेट्रियल कैंसर, स्किन कैंसर, और डिम्बग्रंथि कैंसर। ये प्रत्येक कैंसर शरीर में कुछ न कुछ परिवर्तन लाते हैं, जिसे हमको नजर अंदाज नहीं करना चाहिए। आइए जानते हैं, महिलाओं में होने वाले कैंसर के लक्षण और प्रकार।
महिलाओं में कैंसर के प्रकार
यह 5 प्रकार के कैंसर महिलाओं में आम होते हैं:-
- ब्रेस्ट कैंसर (स्तन कैंसर)
- स्किन कैंसर (त्वचा का कैंसर)
- ओवेरियन कैंसर (अंडाशय का कैंसर)
- सर्वाइकल कैंसर (गर्भाशय ग्रीवा कैंसर)
- कोलोरेक्टल कैंसर (आंत्र का कैंसर)
महिलाओं में कैंसर के लक्षण और संकेत
कैंसर के लक्षण उसके प्रकार पर भी निर्भर करता हैं, महिलाओं में होने वाले कैंसर के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार है:-
- पेट में दर्द - पेट में दर्द अपच, सूजन व गैस के कारण भी हो सकती है। इसके अलावा परियड्स की वजह से भी पेट के आस पास के क्षेत्रों में दर्द महसूस हो सकता है। लेकिन यदि पेट, पेल्विक या पीठ में दर्द लंबे समय तक चलता है, तो यह कई प्रकार के कैंसर का संकेत हो सकता है। ऐसे में एंडोमेट्रियल, ओवेरियन और कोलेरेक्टल कैंसर शामिल हो सकते हैं। पीठ के नीचले हिस्से में दर्द रिढ़ की हड्डी में ट्यूमर होने पर भी हो सकते हैं।
- स्तन में परिवर्तन - स्तन का कैंसर महिलाओं में होने वाला सेबसे सामान्य प्रकार का कैंसर है। स्तन के स्किन में बदलाव, बगल में गांठ, निप्पल में असामान्यताएं, स्तन में गांठ ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण हैं। ब्रेस्ट कैंसर में महिलाओं के शरीर में निम्नलिखित बदलाव हो सकते हैं।
- स्तनों का लाल होना
- निप्पल डिस्चार्ज होना
- निप्पल में दर्द
- निप्पल का मोटा होना
- स्तन में सूजन
- स्तन में गांठ
हालांकि, स्तन में हर गांठ का मतलब कैंसर नहीं होता है। लेकिन फिर भी इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
- पेशाब में बदलाव - यूरिन की समस्या कभी-कभी गंभीर बीमारियों का संकेत भी हो सकती हैं। आज के समय में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन से कई महिलाएं प्रभावित है। यूरिन में बदलाव, या यूरिनरी ट्रैक्ट में इन्फेक्शन कैंसर का संकेत हो सकता है। इससे सर्वाइकल कैंसर की संभावना हो सकती है। कैंसर के लक्षण में यूरिन में निम्नलिखित बदलाव आते हैं:-
- यूरिन पास करते समय दर्द या जलन महसूस होना
- अचानक से यूरिन पास करने की इच्छा होना
- यूरिन ब्लैडर पर दबाव पड़ना
- बार-बार पेशाब आना
- त्वचा में परिवर्तन - स्किन कैंसर बहुत आम है, लेकिन भारत में यह बहुत कम देखने को मिलता है। स्किन कैंसर में त्वचा के रंग में बदलाव नजर आ सकते हैं। यह एक तिल की तरह भी दिख सकता है, जो धीरे-धीरे बड़ा होता है या फिर यह घाव या धब्बे के रूप में भी हो सकता है। इस तरह के किसी भी स्थिति का पता चलने पर डॉक्टर से तत्काल परामर्श करें।
- अचानक वजन घटना - एक्सरसाइज और योग करने से आपके शरीर का वजन सही रहता है। यदि कम भी होता है तो यह कैंसर के जोखिम को कम करता है। लेकिन यदि आपका वजन बिना किसी कारण से लगातार कम हो रहा है तो यह कैंसर का लक्षण हो सकता है। अचानक वजन कम होना, भूख में कमी महिलाओं में कैंसर के कारण हो सकते हैं। अचानक ज्यादा वजन कम होने पर डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।
- मल त्याग में बदलाव - बाउल मूवमेंट में बदलाव होना कोलोरेक्टल कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। यह कोलन और रेक्टम को प्रभावित करता है। कुछ मामलों में महिलाएं कोलोरेक्टल कैंसर को प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम भी समझती हैं। बाउल मूवमेंट में बदलाव होने पर निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं।
- कब्ज
- डायरिया
- पेट में दर्द और ऐंठन
- मल के साथ ब्लड आना
- लगातार वजन घटना
- पेट का भारीपन - पीरियड्स के दौरान या ज्यादा खाना खाने के बाद पेट का फूलना कोई बड़ी बात नहीं है। लेकिन यदि यह स्थिति कुछ सप्ताह तक लगातार बनी रहती है या पेट में सूजन रहती है, तो तत्काल आपको डॉक्टर से परामर्श करनी चाहिए। यह ओवेरियन कैंसर आदि के लक्षण हो सकते हैं। ओवेरियन कैंसर के लक्षण में पेट में सूजन के साथ दबाव भी आपको महसूस हो सकता है।
सारांश:-
कुछ कैंसर ऐसे होते हैं, जो सिर्फ महिलाओं को ही होते हैं। शुरुआती दौर में ही उनके लक्षणों कि पहचान कर उन्हें बढ़ने से रोका जा सकता है। पेट में भारीपन, यूरिन में बदलाव, स्तन में परिवर्तन इत्यादि महिलाओं में होने वाले कैंसर के कुछ सामान्य लक्षण हैं। ऐसे लक्षणों का पता चलते ही डॉक्टर को दिखाएं। इसके अलाव आप किसी भी कैंसर की बीमारी से लड़ने के लिए हेल्थ इंश्योरेंस भी करा सकते हैं।
हेल्थ इंश्योरेंस आपको वित्तिय रूप से तैयार रखता है, मतलब आपके बीमारी के खर्चों का बोझ कवर करता है, जहां आप टेंशन-फ्री होकर कंपनी के नेटवर्क हॉस्पिटल में अपना इलाज करा सकते हैं। आप केयर हेल्थ इंश्योरेंस के कैंसर इंश्योरेंस प्लान (Cancer Insurance Plan) को ले सकते हैं, जिसमें आपको कई स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाती है। ऐसे मुश्किल घड़ी में स्वास्थ्य बीमा आपको भारी खर्चों के प्रभाव से बचाता है।
>> जाने: कैंसर क्या है?
डिस्क्लेमर: यह लेख आपके सामान्य जानकारी के लिए है, कैंसर से जुड़े कोई भी लक्षण या संकेत मिलने पर डॉक्टर से परामर्श करें। इंश्योरेंस प्लान की सुविधाएँ, लाभ और कवरेज भिन्न हो सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए कृपया ब्रोशर, सेल्स प्रोस्पेक्टस, नियम और शर्तों को ध्यान से पढ़ें।