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  • calendar_monthPublished on 26 Dec, 2024

    autorenewUpdated on 26 Dec, 2024

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मेडिकल टर्म में सूजन को एडिमा कहा जाता है। जब आपके शरीर के भीतरी या बाहरीअंग का कोई भाग बढ़ने लगता है या फैलने लगता है उसे सूजन के नाम से जानते हैं। सूजन शरीर के किसी भी अंग में कही भी कभी भी हो सकता है। सामान्य रूप से सूजन किसी जगह पर द्रव इकट्ठा होने के कारण हो सकता है। यह शरीर में जलन या दर्द के कारण से भी हो सकता है। ऐसी कई वजहें है जिसके कारण शरीर में सूजन की समस्या हो सकती है। जैसे- चोट लगने के कारण, किड़े द्वारा काटने से, बीमारी में, दवाईयों के सेवन से, इत्यादि। यदि सूजन के साथ आपका वजन भी बढ़ रहा है और दर्द की अनुभूती भी हो रही है तो डॉक्टर से पर्मार्श करें। 

सूजन के प्रकार कितने है?

सूजन कई प्रकार के होते हैं, उन्में से कुछ मुख्य प्रकार निम्नलिखित है:-

पेरिफेरल एडिमा: पेरिफेरल एडिमा सूजन का सबसे आम प्रकार है। यह आपके पैरों और टखनों में हो सकता है। इसके होने का कारण किडनी, संचार प्रणाली या लिम्फ नोड्स में किसी तरह की परेशानी है।

पीडल एडिमा: पीडल एडिमा यानी पैरों में सूजन की समस्या है। प्रेग्नेंसी के दौरान इस तरह के सूजन का होना बहुत आम है। यह बुजुर्गों में भी हो सकती है। इसमें पैरों के निचले भाग में तरल पदार्थ जमा हो जाता है और इस भाग को हिलाना बहुत मुश्किल हो सकता है।

पलमॉनेरी एडिमा: पलमॉनेरी एडिमा आपको तब होता है जब तरल पदार्थ आपके फेफड़ों में मौजूद हवा की थैलियों में जमा हो जाता है। इससे सांस लेने में परेशानी होती है और सोने पर यह समस्या और बढ़ जाती है। ऐसे में आपकी धड़कन तेज हो सकती है और घूटन सी महसूस हो सकती है।

लिंफेडिमा: लिंफेडिमा एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपके बाहों और पैरों में सूजन की समस्या होती है। यह स्थिति लिम्फ नोड्स को किसी प्रकार का नुकसान पहुंचने के कारण हो सकती है।

मैक्यूलर एडिमा: मैक्यूलर एक सेंसिटिव टिश्यू है जो आपके रेटिना के मध्य में मौजूद होता है। जब रेटिना के ब्लड वैसील्स में द्रव जमा होने के बाद रिसने लगता है तो मैक्यूलर एडिमा की स्थिति उत्पन्न होती है।

सेरेब्रल एडिमा या मस्तिष्क एडिमा: सेरेब्रल एडिमा मस्तिष्क में सूजन की एक गंभीर स्थिति है, जिसमें मस्तिष्क के कुछ हिस्से या पूरे हिस्से में तरल पदार्थ जमा हो जाता है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे- ब्लड वैसील्स का ब्लॉक होना या फटना, ब्रेन ट्यूमर, सिर पर चोट या एलर्जिक रिएक्शन, इत्यादि।  

सूजन के लक्षण और संकेत क्या है? 

सूजन कई तरह के हो सकते हैं जिसके लक्षण भी अलग-अलग है। हल्की सूजन होने पर शायद आपको पता भी नहीं चले लेकिन बाहरी सूजन के कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित है:-

  • खुजली महसूस होना
  • पेट फूलना
  • सूजन वाली जगह पर दर्द होना
  • उल्टी की समस्या, इत्यादि।

यदि आपको अंदरूनी सूजन है तो इमेजिंग स्कैन की मदद से आपके शरीर के अंदरूनी बढ़े हुए अंगो का पता लगाया जा सकता है। शरीर के अंदरूनी भाग में सूजन के निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं:-

  • बुखार
  • थकान
  • अनिद्रा
  •  दर्द
  • चक्कर आना
  • जी मिचलाना
  • फ्लू जैसे लक्षण

सूजन के कारण क्या है?

शरीर में सूजन कई कारणों से हो सकती है। अंदरूनी सूजन के कारण में तरल पदार्थ का जमा होना है जिसके कारण बाहरी सूजन भी हो सकती है। इसके अलावा सूजन के कुछ सामान्य कारण निम्नलिखित है:-

  • चोट लगना 
  • शरीर में तरल पदार्थ एकत्र होना
  • गर्भावस्था 
  • पीरियड्स
  • इंफेक्शन
  • हार्मोनल बदलाव
  • कीड़े काटना
  • पित्ती

सूजन का इलाज क्या है?

सूजन का उपचार उसके कारणों पर निर्भर करता है। सामान्य तौर पर, सूजन के निम्नलिखित उपचार विकल्प है:-

  • थौड़ी बहुत सूजन की समस्या अपने आप ठीक हो जाती है।
  • यदि सूजन की समस्या गंभीर है तो उसे दवाई के द्वारा ठीक किया जाता है। ड्यूरेटिक दवाएं जमे हुए तरल पदार्थ को यूरिन के माध्यम से शरीर से बाहर निकालती है।
  • पित्ती या चकत्ते इत्यादि से होने वाली सूजन को बिना पर्ची के मिलने वाली दवाओं के द्वारा ठीक किया जा सकता है।
  • यदि सूजन किसी अंतर्निहित कारण से है तो इसका इलाज लंबे समय तक चलता है। यदि यह दवाओं के सेवन से हो रहा है तो डॉक्टर आपको दवा का दूसरा विकल्प देते हैं। 
  • सूजन की समस्या यदि किसी तरह के ट्यूमर या फोड़े के कारण है तो इसके लिए सर्जरी करने की जरूरत भी पड़ सकती है। यह डॉक्टर की सलाह पर निर्भर करता है। 

सूजन के घरेलू उपाय क्या है?

कई तरह के सूजन को ठीक करने के लिए आप घरेलू उपचार को भी आजमा सकते हैं:-

  • सूजन को कम करने के लिए तुलसी की पत्तियां बहुत कारगर है। तुलसी की पत्तियों को धो कर चबाने से सूजन की समस्या को कम करने में मदद मिलती है।
  • सूजन को कम करने के लिए पानी को गर्म कर उसमें नमक डालें और सूजन वाली जगह पर सिकाई करें। इससे आपको राहत मिलेगी।
  • यदि सूजन मोच की वजह से है तो आप बर्फ से सूजन वाली जगह की सीकाई कर सकते हैं। इससे फायदा पहुंचेगा।
  • पूरे शरीर की सूजन को दूर करने के लिए आप गुनगुने पानी में सेंधा नमक मिलाकर स्नान कर सकते हैं। इससे सूजन को दूर करने में फायदा होगा।
  • अंदरूनी और बाहरी सूजन में हल्दी का दूध भी फायदेमंद होता है। आप सूजन के लिए हल्दी दूध का सेवन कर सकते हैं।

सारांश

एडिमा को सूजन कहते हैं। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर के अंग मोटे हो जाते हैं या फैल जाते हैं। सूजन शरीर के अंदरूनी या बाहरी दोनों कारणों से हो सकती है। सूजन के कई प्रकार होते हैं, जैसे- पेरिफेरल एडिमा, पीडल एडिमा, लिंफेडिमा, मैक्यूलर एडिमा, मस्तिष्क एडिमा, इत्यादि। सूजन के कुछ सामान्य लक्षणों में खुजली, सूजन वाले स्थान पर दर्द, पेट फूलना, अनिद्र, थकान, आदि है। सूजन की समस्या किट काटने या चोट लगने से हो सकती है। गर्भावस्था या पीरियड्स में भी सूजन हो सकती है। संक्रमण और हार्मोनल बदलाव के कारण भी सूजन होती है। 

इसका इलाज ओटीसी या सर्जरी के माध्यम से किया जा सकता है। सूजन कई गंभीर समस्याओं के कारण भी हो सकता है, जैसे- ट्यूमर आदि इसलिए ऐसे में पहले से स्वास्थ्य बीमा होना आपके लिए बहुत सहायक हो सकता है। स्वास्थ्य बीमा आपके गंभीर बीमारियों के इलाज के खर्चों को कवर करती है। यह बीमारी में वित्तीय सहायता के साथ कई स्वास्थ्य सुविधाएं भी प्रदान करता है। आप केयर हेल्थ इंश्योरेंस के फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान (Family Health Insurance Plan) को ले सकते हैं, जहां आपको सेम पॉलिसी में परिवार के सभी सदस्यों के लिए स्वास्थ्य बीमा प्रदान की जाती है। इसमें वार्षिक स्वास्थ्य जांच से लेकर प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन, एंबुलेंस कवर, डे-केयर ट्रीटमेंट, इत्यादि मिलता है।

>> जाने: पेट में इन्फेक्शन क्यों होता है

डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी केवल संदर्भ उद्देश्यों के लिए है। सही चिकित्सीय सलाह के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें। स्वास्थ्य बीमा लाभ पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन हैं। अधिक जानकारी के लिए अपने पॉलिसी दस्तावेज़ पढ़ें।

 

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