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स्तन कैंसर क्या है ? जानें ब्रैस्ट कैंसर के लक्षण, कारण और उपचार

  • calendar_monthPublished on 21 Nov, 2019

    autorenewUpdated on 12 Feb, 2025

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महिलाओं के लिए स्तन कैंसर का होना एक बड़ी समस्या है और समय से इसका पता न चलना उससे भी बड़ी समस्या है। स्तन में कैंसर का पता लगने में देरी के कारण इसका मृत्युदर साल दर साल बढ़ते जा रहा है। इसलिए स्तन कैंसर के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए हर साल अक्टूबर में स्तन कैंसर जागरूकता महीना मनाया जाता है। आइए जानते हैं, स्तन कैंसर क्या है, स्तन कैंसर के लक्षण और कारण क्या है, इसका उपचार कैसे होता है, इत्यादि।

स्तन कैंसर क्या है ? (Breast Cancer In Hindi)

ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं को होने वाली सबसे सामान्य बीमारी है। यह कैंसर तब शुरू होता है जब कोशिकाएं नियंत्रण से बाहर होने लगती हैं। स्तन कैंसर स्तन के कोशिकाओं की अनियंत्रित बढ़ोतरी होती है। ज्यादातर ब्रेस्ट कैंसर की पहचान के मामलों में, स्तन कैंसर कोशिकाएं एक ट्यूमर बनाती हैं जिसे अक्सर एक गांठ के रूप में महसूस किया जा सकता है। आप इस गांठ या ट्यूमर को एक्स-रे पर भी देख सकते हैं।

वैसे तो स्तन कैंसर महिलाओं में होता है, लेकिन दुर्लभ मामलों में यह कैंसर पुरुषों को भी हो सकता है। इस तथ्य को भी जान लें कि हर स्तन गाँठ कैंसर हो ये जरुरी नहीं है। नॉन-कैंसर वाले स्तन ट्यूमर सिर्फ असामान्य वृद्धि हैं जो स्तन के बाहर नहीं फैलते हैं। हालांकि नॉन-कैंसर वाले ट्यूमर जीवन के लिए खतरा नहीं होते, लेकिन फिर भी इनके कुछ प्रकारों से महिला को स्तन कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है।

यदि आपको स्तन में किसी तरह की गांठ महसूस होती है, तो यह जानने ने के लिए कि यह सामान्य है या घातक है, या फिर यह आपके भविष्य में कैंसर के जोखिम को प्रभावित कर सकता है, ये जानने के लिए आपको किसी प्रमाणित डॉक्टर द्वारा जांच करवाना आवश्यक है। इसके अलावा, स्तन कैंसर के लक्षणों की जागरूकता, नियमित जांच और स्तन कैंसर के इलाज के बारे में जानकारी जोखिम को कम करने के कुछ महत्वपूर्ण तरीके होते हैं।

यदि आपके परिवार में किसी को स्तन कैंसर के मामले का पता चलता है और ब्रेस्ट कैंसर ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ती है, तो इससे आपकी फाइनेंशियल प्लानिंग बाधित हो सकती है। ऐसे मामलों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस(health insurance plans) आपके और आपके प्रियजनों के लिए एक व्यापक कैंसर चिकित्सा समाधान प्रदान करता है, जो ऐसे समय में आपकी पूर्णतः मदद करता है।

ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण और संकेत (breast cancer symptoms in hindi)

स्तन कैंसर के सबसे आम लक्षण हैं स्तन या बगल के क्षेत्र में गांठ। जिसे स्तन में एक गाढ़े टिश्यू के रूप में देखा जा सकता है। अन्य ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण और उपाय में शामिल हैं:

  • स्तन या बगल के क्षेत्र में लगातार दर्द होना
  • स्तन की त्वचा का लाल होना
  • स्तन में कठोर और दर्द रहित गांठ होना
  • एक या दोनों निपल्स पर दाने होना
  • स्तन के आकार में बदलाव होना
  • निप्पल से तरल डिस्चार्ज होना जिसमें ब्लड हो सकता है
  • निप्पल का उल्टा होना
  • स्तन या निप्पल में जलन या सिकुड़न होना

ब्रेस्ट में गांठ होने के लक्षण का पता नहीं चलता है। यदि आप स्तनों में गाँठ महसूस करते हैं, तो घबराएं नहीं, अधिकांश स्तन गांठ कैंसर नहीं होता है। हालांकि, स्तन पर किसी भी तरह की गांठ नजर आने पर जांच के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।

ब्रेस्ट कैंसर के कारण (Breast Cancer Kaise Hota Hai)

ब्रेस्ट कैंसर कैसे होता है या ब्रेस्ट कैंसर क्यों होता है इसका सटीक कारण अभी भी स्पष्ट नहीं है। लेकिन कुछ जोखिम कारक इसकी अधिक संभावना बनाते हैं। आप इसके निम्नलिखित जोखिम कारक को पढ़ सकते हैं।

  • उम्र : स्तन कैंसर का खतरा उम्र के साथ बढ़ता जाता है।
  • आनुवंशिकी : यदि आपके परिवार में किसी को स्तन कैंसर हुआ है या हुआ था , तो व्यक्ति में स्तन कैंसर विकसित होने की संभावना बढ़ जाती है।
  • स्तन कैंसर या स्तन गांठ का इतिहास : जिन महिलाओं में पहले स्तन कैंसर का निदान किया जा चुका है , उनमें इस बीमारी के होने की संभावना अधिक होती है।
  • एस्ट्रोजेन और स्तनपान के लिए एक्सपोजर : एस्ट्रोजन के लिए विस्तारित जोखिम स्तन कैंसर के जोखिम को बढ़ाते है।
  • शरीर का वजन : मेनोपॉज के बाद अधिक वजन वाली महिलाओं में भी स्तन कैंसर के विकास का रिस्क हाई एस्ट्रोजन लेवल के कारण ज्यादा होता हैं,
  • शराब का सेवन : शराब के सेवन की नियमित और उच्च मात्रा स्तन कैंसर के विकास के जोखिम को बढ़ाती है। नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट (NCI) द्वारा किए गए अध्ययनों में लगातार पाया गया है कि जो महिलाएं शराब का सेवन करती हैं उनमें स्तन कैंसर का खतरा अधिक होता है ।
  • रेडिएशन जोखिम : एक अलग कैंसर के लिए कीमोथेरेपी से गुजरना भविष्य में स्तन कैंसर के विकास के जोखिम को बढ़ा सकता है।
  • हार्मोन उपचार : NCI के अध्ययनों के अनुसार, मौखिक गर्भनिरोधक लेने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा थोड़ा बढ़ सकता है।

कृपया ध्यान दें कि कुछ महिलाओं को बिना किसी जोखिम कारक के भी ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है। जोखिम कारक होने का मतलब यह नहीं है कि आपको यह बीमारी हो जाएगी, और सभी जोखिम कारकों का एक जैसा प्रभाव नहीं होता है।

>> जानें: हेल्थ इन्शुरन्स के महत्वपूर्ण प्लान्स

स्तन जाँच कब करवानी चाहिए ?

अमेरिकन कॉलेज ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट (ACOG) की सलाह है कि 20 और 30 के दशक में महिलाओं को हर एक से तीन साल में एक बार स्तन की जांच करवानी चाहिए और 40 साल की उम्र के बाद , यह हर साल किया जाना चाहिए।

ACOG का सुझाव है कि महिलाओं को अपने 20 के दशक में शुरू होने वाले स्तन स्व-जांच यानी स्तन की जांच खुद करनी चाहिए। जो महिलाएं स्तन की जांच स्वयं करने का निर्णय लेती हैं, उनके पास प्रमाणित चिकित्सक द्वारा अपनी तकनीक होनी चाहिए। स्तन सेल्फ-टेस्ट के दौरान देखे गए किसी भी लक्षण को डॉक्टर को तुरंत सूचित किया जाना चाहिए।

जिन महिलाओं को छाती के कैंसर (Cancer) के लक्षण का खतरा बढ़ जाता है, उन्हें अपने वार्षिक मैमोग्राम के साथ अपने स्तनों की वार्षिक एमआरआई करवानी चाहिए। साथ ही कैंसर स्वास्थ्य बीमा को लेना चाहिए, जो ऐसे गंभीर परिस्थितियों में आपके लिए उपचार को आसान बनाते हैं। केयर हेल्थ के कैंसर इंश्योरेंस प्लान (Cancer Insurance Plan) में आप किमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी जैसी कई उपचारों का लाभ आसानी से उठा सकते हैं।

स्तन कैंसर के उपचार (Breast Cancer Treatment In Hindi)

स्तन कैंसर का उपचार उसके प्रकार और स्टेज के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं। इसके उपचार के कुछ सामान्य तरीके नीचे दिए गए हैं, जिसका इस्तेमाल स्तन कैंसर के इलाज के लिए किया जाता है।

  • कीमोथेरेपी - यह कैंसर के लिए किया जाने वाला सबसे आम उपचार है। इसमें कैंसर के इलाज के लिए दवाओं का सहारा लिया जाता है। इसमें कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने के लिए दवाएं दी जाती है।
  • रेडिएशन - इस तरह के इलाज में, कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने के लिए विकिरण का इस्तेमाल किया जाता है। इसे रेडियोथेरेपी भी कहते हैं।
  • लम्पेक्टोमी - यह स्तने कैंसर में सर्जरी का एक तरीका है। इसमें कैंसर के गांठ या ट्यूमर को हटाया जाता है।
  • मास्टेक्टॉमी - यह भी स्तन कैंसर के उपचार की सर्जरी है जिसमें ट्यूमर और कनेक्टिंग टिश्यू सहित स्तन के सभी टिश्यू को सर्जरी के माध्यम से हटाया जाता है।

सारांश

स्तन कैंसर महिलाओं में होने वाली सबसे कॉमन कैंसर है। इसमें स्तन की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती है। स्तन कैंसर के ज्यादातर मामले महिलाओं में देखने को मिलते हैं और यह दुर्लभ मामलों में पुरुषों में भी हो सकते हैं। ब्रेस्ट कैंसर का पता करने के लिए आपको इसके लक्षणों के बारे में जानना बहुत जरूरी है। इसके लक्षण में स्तन क्षेत्र में लगातार दर्द होना, स्तन की त्वचा का लाल होना, स्तन में कठोर और दर्द रहित गांठ होना, आकार में बदलाव होना, निप्पल से डिस्चार्ज होना, इत्यादि।

स्तने कैंसर के कारण और जोखिम कारक अलग-अलग हो सकते हैं, जैसे- उम्र, आनुवंशिकी, स्तन कैंसर या स्तन गांठ का इतिहास, रेडिएशन जोखिम, इत्यादि। इसके जांच के लिए महिलाओं को समय समय पर जांच करावाते रहना चाहिए। इसके अलावा खुद से भी जांच करनी चाहिए, यदि आपको किसी भी प्रकार के गांठ या स्तन कैंसर के लक्षण दिखाई देते हो तो डॉक्टर से परामर्श करें।

डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी केवल संदर्भ उद्देश्यों के लिए है। सही चिकित्सीय सलाह के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें। स्वास्थ्य बीमा लाभ पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन हैं। अधिक जानकारी के लिए अपने पॉलिसी दस्तावेज़ पढ़ें।

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