Subscribe to get weekly insights
Always stay up to date with our newest articles sent direct to your inbox
Published on 8 Jun, 2023
Updated on 31 Mar, 2025
180677 Views
5 min Read
Written by Care Health Insurance
6Likes
दुनियाभर में ब्रेन ट्यूमर के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। यदि समय रहते ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों को न समझा जाए तो यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। यह बीमारी बच्चों से लेकर व्यस्कों तक सभी को प्रभावित कर सकती है। बहुत लोग ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों को सामान्य समझने की गलती कर बैठते हैं और यह मामला बढ़ जाता है। इसलिए लोगों को जागरुक करने के लिए, हर साल 8 जून को वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे मनाया जाता है। ब्रेन ट्यूमर की स्थिती और गंभीरता को जानने के लिए, इसके विभिन्न पहलुओं को समझना बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं, ब्रेन ट्यूमर क्यों और कैसे होता है?, ब्रेन ट्यूमर से बचने के उपाय, इसके प्रकार इत्यादि।
ब्रेन ट्यूमर और ब्रेन कैंसर क्या है? मस्तिष्क में होने वाली असामान्य कोशिकाओं के समूह को मस्तिष्क का ट्यूमर कहते हैं। ऐसी अवस्था में असामान्य कोशिकाएं मस्तिष्क के किसी भी लोब में हो सकती है। ब्रेन ट्यूमर कैंसर युक्त या कैंसर रहित दोनों तरह के हो सकते हैं। कुछ ट्यूमर बहुत तेजी से बढ़ते हैं, तो कुछ ट्यूमर का विकास धीरे-धीरे होता है। जब ट्यूमर बढ़ता है तो स्कैल्प के भीतर दबाव बढ़ सकता है। ऐसी स्थिति आपके स्वास्थ्य और मस्तिष्क को नुकसान पहुंचाती है और घातक हो सकती है। ब्रेन ट्यूमर vs ब्रेन कैंसर ऐसे समझें, ब्रेन ट्यूमर जब आपके मस्तिष्क से शुरू होता है और फैलता है, उसे प्राइमरी ब्रेन ट्यूमर कहते हैं। यह जरूरी नहीं की हर ब्रेन ट्यूमर ब्रेन कैंसर होता है। लेकिन जब कैंसर आपके शरीर के अन्य भाग से शुरू होता है और ब्रेन में फैलता है, उसे सेकेंड्री ब्रेन ट्यूमर या मेटास्टेटिक ब्रेन कैंसर कहते हैं।
ब्रेन ट्यूमर दो प्रकार के होते हैं:-
ब्रेन कैंसर के लक्षण और संकेत उसके स्थान, आकार और बढ़ने की दर पर निर्भर करता है। कई बार बिना लक्षण के भी यह हो सकता है। ब्रेन ट्यूमर के सामान्य लक्षण और संकेत निम्नलिखित है:-
क्या आप जानते हैं, ब्रेन ट्यूमर क्यों होता है, इसके जोखिम कारक क्या है? हालांकि, इसके मुख्य कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन इसको बढ़ाने वाले जोखिम कारकों का पता लगाया गया है, जैसे- रेडिएशन का दुष्प्रभाव, कैंसर का परिवारिक इतिहास, एचआईवी एड्स, इत्यादि।
क्या ब्रेन ट्यूमर का इलाज संभव है? हाँ, ब्रेन ट्यूमर का इलाज संभव है, लेकिन यह अलग-अलग कारकों पर निर्भर करता है। जैसें- ट्यूमर का प्रकार क्या है, यह मस्तिष्क में किस स्थान पर है, ट्यूमर का आकार, साइज और कोशिकाएं कितनी असामान्य है, इत्यादि। ब्रेन ट्यूमर के इलाज के लिए यह डॉक्टर तय करते हैं, कि कौन-सा उपचार आपके लिए सही है। ब्रेन ट्यूमर से बचने के उपाय या उपचार के विकल्प निम्नलिखित है:-
होम्योपैथिक इलाज एक ऐसा इलाज है, जहां व्यक्ति को कम से कम दुष्प्रभावों के साथ सुरक्षित तरीकों से उपचार किया जाता है। इसके इलाज से शरीर की इम्यूनिटी में बढ़ोत्तरी होती है और बीमारियों के लक्षणों से निपटने के लिए शरीर को शक्ति मिलती है। यूके में किए गए एक रिसर्च में इस बात के सबूत मिले हैं कि ब्रेन ट्यूमर में होम्योपैथिक दवाओं का अच्छा प्रभाव है। होम्योपैथिक दवाओं की मात्रा को बढ़ा कर देने से ट्यूमर को बढ़ने से रोका जा सकता है। एक्सपर्ट का मानना है की होम्योपैथिक मेडिसिन में उपस्थित सक्रिय अणुओं से मरीज को साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं।
भारत में ब्रेन ट्यूमर के सर्जरी की लागत ब्रेन ट्यूमर के प्रकार, साइज, सर्जरी के प्रकार, इलाज की विधी, सुविधाएं और अलग-अलग शहरों के आधार पर भिन्न होते हैं। हालांकि, ब्रेन ट्यूमर सर्जरी की औसत लागत 2,50,000रु. से 7,50,000रु. के बीच होती है।
ब्रेन ट्यूमर एक गंभीर बीमारी है, जिसमें मस्तिष्क में असामान्य कोशिकाओं का एक समूह या गांठ बन जाता है, जिसे हम ट्यूमर कहते हैं। ब्रेन ट्यूमर कैसे होता है, उपरोक्त भागों में बताया गया है। यह दो तरह के होते हैं, एक कैंसर वाले ब्रेन ट्यूमर और दूसरा बिना कैंसर वाले ब्रेन ट्यूमर। इसके लक्षण ट्यूमर के स्थान और आकार पर निर्भर करते हैं, इसके सामान्य लक्षण में, सिर में बार-बार दर्द होना, धुंधली दृष्टी, सीजर्स, शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस, निंद में कमी, सुस्ती, सोचने-समझने की क्षमता में कमी, इत्यादि। इसके मुख्य कारणों का अभी तक पता नहीं चला है, लेकिन इसके जोखिम कारक में रेडिएशन का दुष्प्रभाव, परिवारिक इतिहास, एचआईवी/एड्स इत्यादि है।
ब्रेन ट्यूमर का उपचार इसके प्रकार, स्थान और आकार पर निर्भर करता है। इसके लिए रेडिएशन थेरेपी, सर्जरी या कीमोथेरेपी इत्यादि, के लिए डॉक्टर सुझाव दे सकते हैं। ब्रेन ट्यूमर के इलाज की लागत 2,50,000रु. से 7,50,000रु. के बीच होती है, जो की सर्जरी के प्रकार, स्थान और शहर के आधार पर अलग-अलग हो सकता है।
हालांकि, ब्रेन ट्यूमर का पता चलने के बाद, इतने बड़े खर्चे को इतनी जल्दी जुटा पाना सभी के लिए संभव नहीं है, इसलिए ऐसे गंभीर बीमारियों के खर्चों से बचने के लिए हेल्थ इंश्योरेंस प्लान (health insurance plan) लेना बहुत फायदेमंद है। यह आपको अस्पताल के खर्चों से बचाता है और चिंता मुक्त रखता है। आप केयर हेल्थ के क्रिटिकल इलनेस प्लान (Critical Illness Plan) को ले सकते हैं, जहां आपको ब्रेन ट्यूमर के इलाज के खर्चों को कवर किया जाता है।
>>इसे भी पढ़ें - माइग्रेन रोग क्या है? जानें, लक्षण, कारण और इलाज
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। ब्रेन ट्यूमर से जुड़े लक्षण और संकेत दिखने पर तत्काल डॉक्टर से परामर्श करें। इंश्योरेंस प्लान की लाभ, सुविधाएँ और कवरेज अलग-अलग हो सकते हैं। ज्यादा जानकारी के लिए कृपया ब्रोशर, सेल्स प्रोस्पेक्टस, नियम और शर्तों को ध्यान से पढ़ें।
शुगर कंट्रोल कैसे करे? जानें, डायबिटीज में क्या खाना चाहिए Care Health Insurance in Health & Wellness
Thyroid : मामूली नहीं हैं महिलाओं में थायराइड होना, जानें इसके लक्षण और घरेलू उपचार Care Health Insurance in Diseases
हाई ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल कैसे करें? देखें इसके उपाय Care Health Insurance in Diseases
प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण, कारण और इलाज क्या है Care Health Insurance in Diseases
Healing From Postpartum Sleep Issues: Tips & Self-Care Solutions Care Health Insurance in Mental Health
What is Endocrinology? Hormones, Disorders & Treatment Care Health Insurance in Diseases
प्रेगनेंसी ब्लड टेस्ट कब करना चाहिए? देखें, प्रेगनेंसी ब्लड टेस्ट नाम Care Health Insurance in Maternity
काली मिर्च के फायदे और नुकसान क्या है? Care Health Insurance in Health & Wellness